$2 \,kg$ द्रव्यमान का एक संगमरमर का गुटका बर्फ पर रखा है। जब इसे $6\,\,m/s$ का वेग प्रदान किया जाता है, तो यह $10$ सैकण्ड में घर्षण के कारण रुक जाता है। घर्षण गुणांक का मान है
$0.01$
$0.02$
$0.03$
$0.06$
क्षैतिज तल पर स्थित एक $64\, N$ भार की वस्तु को केवल उतने ही बल से धकेला जाता है, जितना वस्तु को ठीक गतिशील करने हेतु आवश्यक है तथा यही बल इसके पश्चात भी लगातार कार्यरत रहता है। यदि स्थैतिक घर्षण गुणांक तथा गतिक घर्षण गुणांक क्रमश: $0.6$ और $0.4$ हों, तो वस्तु का त्वरण होगा (गुरुत्वीय त्वरण $= g$ )
$1.6 kg$ द्रव्यमान और $l$ लंबाई की एकसमान लकड़ी की एक डंडी एक चिकनी खड़ी दीवार, जिसकी ऊंचाई $h( < l)$ है, पर आनत तरीके से इस तरह से रखी गयी है कि डंडी का एक छोटा सा भाग दीवार से ऊपर निकला हुआ है। डंडी पर दीवार का प्रतिक्रिया बल डंडी के लम्बरूप में है। डंडी दीवार के साथ $30^{\circ}$ का कोण बना रही है और डंडी का आधार एक घर्षण वाली ज़मीन पर है। दीवार से डंडी पर प्रतिक्रिया तथा ज़मीन से डंडी पर प्रतिक्रिया की मात्रा समान है। $h / l$ का अनुपात एवं डंडी के आधार पर घर्षण बल $f$ है $\left(g=10 m s ^{-2}\right)$
जब कोई पिण्ड घर्षण युक्त नत समतल पर स्थिर रखा है, तब घर्षण बल का मान
एक संवाहक पट्टा $2\, m / s$ की स्थिर चाल से घूर्णन कर (घूम) रहा है। एक बक्से को इसके ऊपर धीरे से रखा जाता है। इन दोनों के बीच घर्षण गुणांक $\mu=0.5$ है। तो पट्टे पर विराम अवस्था में आने से पहले पट्टे के सापेक्ष बक्से के द्वारा तय की गई दूरी $g$ का मान $10 \,ms ^{-2}$, लेते हुए होगी ...............$m$
जब कोई वस्तु किसी पृष्ठ पर गति करती है तो घर्षण बल कहलाता है