एक मोटर-साइकिल चालक वृत्तीय पथ पर अचर चाल से गति कर रहा है, तब इसका
रेखीय वेग अचर होता है
त्वरण अचर होता है
कोणीय वेग अचर होता है
बल अचर होता है
एक पहिया $9.5$ किलोमीटर की दूरी तय करने में $2000$ चक्कर लगाता है। पहिए का व्यास है
एक कार $r$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर रेखीय वेग $v$ से गति कर रही है। यदि इसकी चाल $a\,$मीटर/सैकण्ड$^2$ के त्वरण से बढ़ रही है, तो परिणामी त्वरण का मान होगा
टेकोमीटर (Techometer) वह युक्ति है, जिससे मापा जाता है
वृत्तीय गति करती हुई वस्तु की कक्षीय चाल $v$ को दोगुना तथा कोणीय वेग$\omega $ को आधा करने पर अभिकेन्द्रीय त्वरण में क्या परिवर्तन होगा
एक कण $25$ सेमी त्रिज्या के वृत्त में $2 $ चक्कर/सैकण्ड की चाल से गति कर रहा है। कण का त्वरण $m/{s^2}$में होगा