एक समान वृत्तीय गतिशील कण के लिए, त्रिज्या $R$ के वृत्त पर स्थित बिन्दु $P ( R ,\theta )$ के लिए त्वरण $\overrightarrow{ a }$ है ( यहाँ $\theta, x-$ अक्ष से मापा गया है )
$\frac{{{V^2}}}{R}\widehat i + \frac{{{V^2}}}{R}\widehat j$
$ - \frac{{{V^2}}}{R}\cos \theta \widehat i + \frac{{{V^2}}}{R}\sin \theta \widehat j$
$ - \frac{{{V^2}}}{R}\sin \theta \widehat i + \frac{{{V^2}}}{R}\cos \theta \widehat j$
$ - \frac{{{V^2}}}{R}\cos \theta \widehat i - \frac{{{V^2}}}{R}\sin \theta \widehat j$
एक हवाई जहाज $100$ मीटर/सैकण्ड की एक समान चाल से $100$ मीटर की त्रिज्या वाले वृत्ताकार पथ पर उड़ रहा है। हवाई जहाज की कोणीय चाल ......... $rad/sec$ है
एक प्रोटॉन, जिसका द्रव्यमान $ 1.6 \times 10^{-27}$ किलोग्राम है $0.10$ मीटर त्रिज्या वाली वृत्ताकार कक्षा में, घूम रहा है। इस पर कार्यरत अभिकेन्द्रीय बल $4 \times 10^{-13}\, N$ है। तब प्रोटॉन के परिक्रमण की आवृति है
एक कण $r$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर एकसमान वेग से गति कर रहा है $P$ से $Q$ तक $(\angle POQ = 40^\circ )$ जाने में वेग में परिवर्तन होगा
एक कार $500$ मीटर त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर $30 m/sec$ की चाल से चल रही है। इसकी चाल $2m/s^{2}$ की दर से बढ़ रही है, तो कार का त्वरण ........ $m/sec^2$ होगा
$2 \pi r$ लम्बई के एक घर्षण रहित तार को वृत्त बनाकर ऊर्ध्वाधर समतल में रखा है। एक मणिका (bead) इस तार पर फिसलती है। वृत्त को एक ऊर्ध्वाधर अक्ष $AB$ के परितः चित्रानुसार कोणीय वेग $\omega$ से घुमाया जाता है, तो वृत्त के सापेक्ष मणिका चित्रानुसार बिन्दु $P$ पर स्थिर पायी जाती है। $\omega^{2}$ का मान होगा?