एक कण, जिसकी संहति इलेक्ट्रॉन की संहति से $400$ गुना व आवेश इलेक्ट्रॉन के आवेश का दो गुना है,$ 5\,V$ विभवान्तर के द्वारा त्वरित किया जाता है। यदि कण प्रारम्भ में स्थिर था, तो उसकी अन्तिम गतिज ऊर्जा ........$eV$ होगी
$5$
$10$
$100$
$2000$
$m$ द्रव्यमान और $q$ आवेश वाले दो एक-समान कणों को काफी दूर से प्रारंभिक गति $v$ से एक दूसरे की तरफ फेका गया। इन आवेशों की निकटतम दूरी (closest approach) क्या होगी ?
चित्रानुसार $l$ भुजा के समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर तीन आवेश $Q,( + q)$ तथा $( + q)$ रखे गये हैं। यदि निकाय की कुल स्थिर विद्युतीय ऊर्जा शून्य हो तो $Q$ का मान है
हाइड्रोजन आयन और हीलियम के एकल आयनित परमाणु को स्थिर अवस्था से समान विभवान्तर लगाकर त्वरित करा जाता है। ऐसी अवस्था में हाइड्रोजन आयनों की अन्तिम गति और हीलियम आयनों की अन्तिम गतियों का अनुपात निम्न में से किसके निकटतम होगा ?
एक $m$ द्रव्यमान तथा $e$ आवेश के प्रोटॉन को लम्बी दूरी से $\alpha$ कण की ओर $v$ वेग से प्रक्षेपित किया जाता है। $\alpha$ कण शुरुआत में स्थिर अवस्था में है, परंतु गति करने के लिय स्वतंत्र है। गुरुत्व को नगण्य मानते हुए, उनकी गति की रेखा में, $\alpha$ कण और प्रोटॉन के बीच की न्यूनतम दूरी क्या होगी ?
$10$ सेमी भुजा वाले एक समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर तीन कण रखे हैं। प्रत्येक कण पर $10$ माइक्रोकूलॉम आवेश है। इस निकाय की स्थिर-वैद्युत स्थितिज ऊर्जा......जूल होगी
(दिया है $\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}} = 9 \times {10^9}$ न्यूटन-मीटर$^{2}$/कूलॉम$^{2}$)