किसी कण को $x$-अक्ष के अनुदिश वेग $v_{0}$ से प्रक्षेपित किया गया है। इस कण पर कोई अवमंदक बल कार्य कर रहा है जो मूल बिन्दु से दूरी के वर्ग के अनुक्रमानुपाती है, अर्थात $m a=-\alpha x^{2}$ है। वह दूरी जिस पर यह कण रूक जाएगा है।
$\left(\frac{3 v_{0}^{2}}{2 \alpha}\right)^{\frac{1}{2}}$
$\left(\frac{2 v_{0}}{3 \alpha}\right)^{\frac{1}{3}}$
$\left(\frac{2 v_{0}^{2}}{3 \alpha}\right)^{\frac{1}{2}}$
$\left(\frac{3 v_{0}^{2}}{2 \alpha}\right)^{\frac{1}{3}}$
विरामावस्था से गति प्रारंभ करने वाले एक कण का त्वरण $a = 2(t - 1)$ है। $t = 5s$ पर कण का वेग होगा........मी/सै
$V$ वेग से चलती कार पर ब्रेक लगाने से कार $20$ मीटर की दूरी तय करने के बाद रुकती है। यदि उसका वेग $2V$ हो जाए तो ब्रेक लगाने पर रुकने के पूर्व वह कितनी दूरी तय करेगी?
यदि किसी कण का विस्थापन $(10+2t^2) m/s$, है तो $2s$ तथा $5s$ के बीच कण का औसत त्वरण है...........$m/s^2$
किसी गोली का वेग एक तिहाई हो जाता है जब यह एक लकड़ी के गुटके को $4\,cm$ तक भेदती है। माना गुटके में गति के दौरान, गोली एक नियत प्रतिरोध का अनुभव कर रही है। गोली गुटके के अन्दर $(4+ x )\,cm$ पर रूक जाती है। $x$ का मान है :