एक कण का द्रव्यमान $0.6\, gm$ एवं इस पर आवेश $25\, nC$ है। यह समान वेग ${\rm{1}}{\rm{.2}} \times {\rm{1}}{{\rm{0}}^{\rm{4}}}\,m{s^{ - 1}}$ से एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में क्षैतिजत: गति कर रहा है। तब चुम्बकीय क्षेत्र का मान है $(g = 10\,m{s^{ - 2}})$

  • A

    शून्य

  • B

    $10\, T$

  • C

    $20\, T$

  • D

    $200\, T$

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आवेश $q$ तथा द्रव्यमान $m$ का एक कण $Y - Z$ समतल में $d$ दूरी पर रखे पर्दे की ओर $-v \hat{i}(v \neq 0)$ वेग से चल रहा है। यदि एक चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }= B _{0} \hat{ k }$ उपस्थित हो तो, $v$ के किस न्यूनतम मान के लिए कण पर्दे से नहीं टकरायेगा ?

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यदि ${10^{ - 12}}$ कूलॉम आवेश वाला एक कण $\hat x - $  दिशा में ${10^5}\,m/s$ के वेग से चलने पर चुम्बकीय क्षेत्र के कारण  $\hat y - $ दिशा में ${10^{ - 10}}\,$ न्यूटन के बल का अनुभव करें तो न्यूनतम चुम्बकीय क्षेत्र होगा

$q$ आवेश एवं $m$ द्रव्यमान का एक कण $v$ वेग से गति करता हुआ चुम्बकीय क्षेत्र $B$ में लम्बवत् प्रवेश करता है, तो उसके द्वारा बनाये गये वृत्ताकार पथ की त्रिज्या होगी

एक पतली धातु शीट पृष्ठ के लम्बवत रखी है और चित्र में दिखाई दिशा में वेग $'v'$ से एक समान चुम्बकीयक्षेत्र $B$ में चल रही है। चुम्बकीय-क्षेत्र इस समतल पृष्ठ में प्रवेश कर रहा है। यदि इस शीट की बाईं और दाईं सतहों पर क्रमशः पृष्ठ-आवेश-घनत्व $\sigma_{1}$ तथा $\sigma_{2}$ प्रेरित होते हैं, तब उपांत-प्रभाव को नगण्य मानते हुए $\sigma_{1}$ तथा $\sigma_{2}$ के मान होंगे

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लॉरेन्ज बल का परिकलन करने के लिये सूत्र है

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