$1\, MeV$ ऊर्जा वाला एक प्रोटॉन (द्रव्यमान $m$ व आवेश $+e$) चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्ताकार मार्ग में घूम रहा है। एक $\alpha $-कण की ऊर्जा (द्रव्यमान $4m$ व आवेश = $+2e$) .........$MeV$ होनी चाहिये जिससे यह समान त्रिज्या के वृत्ताकार मार्ग में घूम सके
$1$
$4$
$2$
$0.5$
लॉरेन्ज बल का परिकलन करने के लिये सूत्र है
एक $8\, eV$ ऊर्जा का प्रोटॉन एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्तीय पथ पर गति कर रहा है। एक $a$ कण जो समान चुम्बकीय क्षेत्र में समान पथ पर गति कर रहा है। इसकी ऊर्जा......$eV$ होगी
यदि प्रोटॉनों की दो किरणावली एक-दूसरे के समान्तर एवं एक ही दिशा में जा रही हैं, तो वे
एक आवेशित कण को स्थिर व समरूप विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र में विराम अवस्था से स्वतंत्र किया जाता है। दोनों क्षेत्र एक दूसरे के समान्तर है। कण की गति का मार्ग है
एक इलेक्ट्रॉन उत्तर की ओर गतिशील है। यह ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर एक बल अनुभव करता है। इलेक्ट्रॉन की स्थिति पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा होगी