एक कण समय $t =0$ पर मूल बिन्दू से प्रारम्भिक वेग $3.0 \hat{ i } \,m /$ $s$ और त्वरण $(6.0 \hat{ i }+4.0 \hat{ j }) \,m / s ^{2}$ से चलना शुरू करते हुए $x - y$ समतल में चलता है। उस क्षण पर जब इस कण के लिये $y$ का मान $32\, m$ हो $x$ का मान $D$ meters है। $D$ का मान होगा।
$50$
$32$
$60$
$40$
किसी सदिश में परिणाम व दिशा दोनों होते हैं। क्या इसका यह अर्थ है कि कोई राशि जिसका परिमाण व दिशा हो, वह अवश्य ही सदिश होगी ? किसी वस्तु के घूर्णन की व्याख्या घूर्णन-अक्ष की दिशा और अक्ष के परितः घूर्णन-कोण द्वारा की जा सकती है। क्या इसका यह अर्थ है कि कोई भी घूर्णन एक सदिश है ?
एक कण $A$ को किसी ऊँचाई से गिराया जाता है एवं उसी ऊँचाई से अन्य कण $B$ को $5$ मीटर/सैकण्ड के वेग से क्षैतिज दिशा में फेंका जाता है। तब सत्य कथन है
किसी कण का प्रारंभिक वेग $(2 \vec{i}+3 \vec{j})$ तथा त्वरण $(0.3 \vec{i}+0.2 \vec{j})$ है। $10$ सेकण्ड बाद कण के वेग का मान होगा