विद्युत चुम्बकीय तरंग एक पदार्थ सतह पर आपतित होती है तो यह संवेग $p$ एवं ऊर्जा $E$ प्रदान करती है, तब
$p = 0, E = 0$
$p \neq 0, E \neq 0$
$p \neq 0, E = 0$
$p = 0, E \neq 0$
यदि एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }=3 \times 10^{-8} \sin \left(1.6 \times 10^{3} x +48 \times 10^{10} t \right) \hat{ j } T$ हो, तो इसका विधुत क्षेत्र होगा।
एक माध्यम में विध्यूत चुम्बकीय तरंग का वैध्यूत क्षेत्री भाग निम्न प्रकार सूचित है
$E_x=0, E_y=2.5$ $\frac{N}{C}\, cos\,\left[ {\left( {2\pi \;\times\;{{10}^6}\;\frac{{rad}}{s}\;\;} \right)t - \left( {\pi \;\times\;{{10}^{ - 2}}\;\frac{{rad}}{m}} \right)x} \right]$,और $ E_z=0$ . यह तरंग
विद्युत चुम्बकीय तरंगों की अनुप्रस्थ प्रकृति सिद्ध होती है
$x$-दिशा में संचरित एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया गया है
$\mathrm{E}_{\mathrm{y}}=\left(200 \mathrm{Vm}^{-1}\right) \sin \left[1.5 \times 10^7 \mathrm{t}-0.05 \mathrm{x}\right] \text {; }$ तरंग की तीव्रता है :
(दिया है $\epsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 \mathrm{~N}^{-1} \mathrm{~m}^{-2}$ )
मुक्त आकाश में किसी विध्यूत चुम्बकीय तरंग का विध्यूत क्षेत्र
$\vec{E}=10 \cos \left(10^{7} t+k x\right) \hat{j} V / m$ से निरूपित (प्रकट) किया जाता है। जहाँ $t$ सेकेण्ड में और $x$ मीटर में है।
इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि
$(1)$ तरंगदैर्ध्य $\lambda=188.4\, m$
$(2)$ तरंग संख्या $k=0.33\, rad / m$
$(3)$ तरंग-आयाम $=10\, V / m$
$(4)$ तरंग $+x$ दिशा की आर गमन कर रही है।
निम्नलिखित प्रकथनों के युग्मों में से कौन सा ठीक है?