अचुम्बकीय माध्यम में संचरित समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =20 \cos \left(2 \times 10^{10} t -\right.$ $200 x ) \,V / m$ से दिया गया है। माध्यम का पैरावैधुतांक का मान है।
(लीजिए $\mu_{ r }=1$ )
$9$
$2$
$\frac{1}{3}$
$3$
एक समतल वैध्यूतचुंबकीय तरंग निर्वात में $z$ -अक्ष के अनुदिश चल रही है। इसके विध्यूत तथा चुंबकीय क्षेत्रों के सदिश की दिशा के बारे में आप क्या कहेंगे? यदि तरंग की आवृत्ति $30\, MHz$ हो तो उसकी तरंगदैर्ध्य कितनी होगी?
निर्वात में चलती हुई एक विद्युत चुम्बकीय तरंग के वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र के घटक
$E _{ x }= E _0 \sin ( kz -\omega t )$
$B _{ y }= B _0 \sin ( kz -\omega t )$
द्वारा वर्णित है, तब $\mathrm{E}_0$ व $\mathrm{B}_0$ के बीच सही संबंध दिया गया है :
एक लैम्प की सभी दिशाओं में एकसमान रूप से एक वणीय हरा प्रकाश उत्सर्जित करता है। विद्युत शक्ति को विद्युत-चुम्बकीय तरंगों में परिवर्तित करने में लैम्प की दक्षता $3\%$ है तथा इसमें $100\,W$ शक्ति की खपत होती है। लैम्प से $10\,m$ की दूरी पर विद्युत-चुम्बकीय विकिरणों से सम्बद्ध विद्युत क्षेत्र का आयाम ......$V/m$ होगा
एक विधुत चुम्बकीय तरंग की उपस्थिति में एक इलेक्ट्रॉन गति $0.1 \,c$ से $y$-अक्ष पर चलने को बाध्य है, (जहाँ $c$ प्रकाश की चाल है।) तरंग का विधुत क्षेत्र है,
$\overrightarrow{ E }=30 \hat{ j } \sin \left(1.5 \times 10^{7} t -5 \times 10^{-2} x \right) V / m$.
इलेक्ट्रॉन द्वारा अनुभव किये गये चुम्बकीय बल का अधिकतम मान होगा ।
(दिया है $c =3 \times 10^{8} ms ^{-1}$ और इलेक्ट्रॉन का आवेश $\left.=1.6 \times 10^{-19} C \right)$
विद्युत-चुम्बकीय तरंग में विद्युत क्षेत्र का मान $1 V/m$ है एवं तरंग की आवृत्ति $5 \times {10^{14}}\,Hz$ है। तरंग का संचरण $z-$ अक्ष के अनुदिश होता है तो विद्युत क्षेत्र की औसत ऊर्जा घनत्व $Joule/m^3$ में होगी