विद्युत-चुम्बकीय विकिरणों के एक बिन्दु स्रोत की औसत निर्गत शक्ति $800\, W$ है, तो स्रोत से $4.0 \,m$ की दूरी पर विद्युत क्षेत्र का अधिकतम मान.....$V/m$ होगा
$64.7$
$57.8$
$56.72$
$54.77$
विद्युत चुम्बकीय तरंग के कम्पित विद्युत एवं चुम्बकीय सदिश निर्देशित होते हैं
$25 \times 10^{4}$ वाट/मी $^{2}$ ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश, किसी पूर्णत: परावर्तक पृष्ठ (सतह) पर लम्बवत् आपतित होता है। यदि इस पृष्ठ का क्षेत्रफल $15$ सेमी हो तो, पृष्ठ पर आरोपित औसत बल होगा
नीचे दो कथन दिये गये है-
कथन $I :$ एक समय परिवर्ती विद्युत क्षेत्र, परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र का स्त्रोत है तथा इसका विपरीत भी सत्य है। इस प्रकार विद्युत क्षेत्र या चुम्बकीय क्षेत्र में विक्षोभ विद्युत चुम्बकीय तरंगें उत्पन्न करता है।
कथन $II:$ किसी पदार्थ में विद्युत चुम्बकीय तरंग चाल $v =\frac{1}{\sqrt{\mu_0 \varepsilon_0}}$ से गति करती है।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।
व्योम में चल रही वैद्युत-चुम्बकीय तरंग के लिए सही विकल्प चुनिए।
निर्वात में दो समतल विधुत-चुम्बकीय तरंगो के विधुत क्षेत्र
$\overrightarrow{\mathrm{E}}_{1}=\mathrm{E}_{0} \hat{\mathrm{j}} \cos (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ तथा
$\overrightarrow{\mathrm{E}}_{2}=\mathrm{E}_{0} \hat{\mathrm{k}} \cos (\omega \mathrm{t}-\mathrm{ky})$ हैं।
समय $t =0$ पर $q$ आवेश का एक कण $\overrightarrow{ v }=0.8 cj ( c$ निर्वात में प्रकाश की गति है) वेग से मूलबिन्दु पर चल रहा है। कण पर लगने वाला तात्क्षणिक बल है ।