$18\, W / cm ^{2}$ के ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश किसी अपरावर्तक सतह पर अभिलंबवत आपतित होता है। यदि सतह का क्षेत्रफल $20\, cm ^{2}$ हो तो $30$ मिनट की समयावधि में सतह पर लगने वाले औसत बल का परिकलन कीजिए।
The total energy falling on the surface is
$U=\left(18\,W / cm ^{2}\right) \times\left(20 \,cm ^{2}\right) \times(30 \times 60\,s)$
$=6.48 \times 10^{5} \,J$
Therefore, the total momentum delivered (for complete absorption) is
$p=\frac{U}{c}=\frac{6.48 \times 10^{5} \,J }{3 \times 10^{8} \,m / s }=2.16 \times 10^{-3}\, kg\, m / s$
The average force exerted on the surface is
$F=\frac{p}{t}=\frac{2.16 \times 10^{-3}}{0.18 \times 10^{4}}=1.2 \times 10^{-6} \;N$
किसी विध्युत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र दिया गया है
$B = B _{0} \cos (\omega t- k z ) i + B _{1} \cos (\omega t - kz ) j$
जहाँ $B _{0}=3 \times 10^{-5} T$ तथा $B _{1}=2 \times 10^{-6} T .$
बल का $rms$ मान, जो स्थिर आवेश $Q =10^{-4} C$
द्वारा $z =0$ पर अनुभव किया जाता है, होगा
यदि $4\, kW$ शक्ति का एक स्त्रोत $10^{20}$ फोटॉन प्रति सेकण्ड उत्पन्न करता है, तब विकिरण स्येक्ट्रम के इस भाग का सदस्य होगा
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }= B _{0} \sin ( k x+\omega t ) \hat{j} T$ है । इसके संगत विद्युत क्षेत्र का सूत्र होगा :
यहाँ $C$ प्रकाश का वेग है।
निर्वात में एक आवर्त वैध्यूतचुंबकीय तरंग के चुंबकीय क्षेत्र वाले भाग का आयाम $B_{0}=510 nT$ है। तरंग के विध्यूत क्षेत्र वाले भाग का आयाम क्या है?
एक लम्बे सीधे तार का प्रतिरोध $R$, त्रिज्या $ a$ एवं लम्बाई $l$ है तथा इसमें $I$ परिमाण की नियत धारा प्रवाहित होती है, तो तार के लिए पोंटिंग सदिश का मान होगा