विभवान्तर $V$ से एक प्रोटॉन तथा एक $\alpha$-कण (जिनके द्रव्यमान का अनुपात $1: 4$ तथा आवेशों का अनुपात $1: 2$ है) को स्थिरावस्था से त्वरित करते हैं। यदि उनके वेगों के लम्बवत् एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $(B)$ लगाया जाये तो इन कणों के वृत्ताकार पथों की त्रिज्याओं का अनुपात $r _{ p }: r _{\alpha}$ होगा ।

  • [JEE MAIN 2019]
  • A

    $1: \sqrt 2$

  • B

    $1 : 2$

  • C

    $1 : 3$

  • D

    $1: \sqrt 3$

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एक शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्र को एक स्थिर इलेक्ट्रॉन पर आरोपित किया जाता है तब

एक आवेशित कण $v$ वेग से $B$ तीव्रता के चुम्बकीय क्षेत्र में गति करता है। कण पर आरोपित चुम्बकीय बल होगा

$1\, MeV$ गतिज ऊर्जा वाला एक प्रोटॉन दक्षिण से उत्तर की ओर चल रहा है। पश्चिम से पूर्व की ओर दिशा के एक चुम्बकीय क्षेत्र से इस पर $10^{12}\, m / s ^{2}$ का त्वरण पैदा होता है। चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण ......$mT$ होगा। (प्रोटॉन का विराम द्रव्यमान $\left.=1.6 \times 10^{-27} \,kg \right)$

  • [JEE MAIN 2020]

एक आवेशित कण किसी $(2 \hat{ i }+3 \hat{ j })\,T$ मान के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में चल रहा है। यदि इसका त्वरण $(\alpha \hat{ i }-4 \hat{ j })\,m / s ^2$ है, तो $\alpha$ का मान होगा

  • [JEE MAIN 2022]

$1\, C$ आवेश का एक कण $0.5$ टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् $10$ मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......$N$ है