$1\, MeV$ गतिज ऊर्जा वाला एक प्रोटॉन दक्षिण से उत्तर की ओर चल रहा है। पश्चिम से पूर्व की ओर दिशा के एक चुम्बकीय क्षेत्र से इस पर $10^{12}\, m / s ^{2}$ का त्वरण पैदा होता है। चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण ......$mT$ होगा। (प्रोटॉन का विराम द्रव्यमान $\left.=1.6 \times 10^{-27} \,kg \right)$
$71$
$7.1$
$0.071$
$0.71$
$6 \times 10^{-4}\, T$ के चुंबकीय क्षेत्र के लंबवत $3 \times 10^{7}\, m / s$ की चाल से गतिमान किसी इलेक्ट्रोन (द्रव्यमान $9 \times 10^{-31} \,kg$ तथा ओवेश $1.6 \times 10^{-19}\, C$ ) के पथ की त्रिज्या क्या है? इसकी क्या आवृत्ति होगी? इसकी ऊर्जा $KeV$ में परिकलित कीजिए। $\left(1 eV =1.6 \times 10^{-19} \,J \right)$
लॉरेन्ज बल का परिकलन करने के लिये सूत्र है
$100 \mathrm{~V}$ के विभमान्तर द्वारा त्वरित $2 \ \mu \mathrm{C}$ का एक आवेश कण $4 \ \mathrm{mT}$ परिमाण के एक समान चुम्बकीय क्षेत्र के एक प्रभाग में क्षेत्र की दिशा से समकोण पर प्रवेश करता है। आवेशित कण चुम्बकीय क्षेत्र में $3 \ \mathrm{~cm}$ त्रिज्या का अर्द्धवृत पूर्ण करता है। आवेशित कण का द्रव्यमान ___________ $\times 10^{-18}$ किग्रा. है।
यदि चुंबकीय क्षेत्र धनात्मक $y$ -अक्ष के समान्तर है तथा आवेशित कण धनात्मक $x$ -अक्ष के अनुदिश गतिमान है ( चित्र देखिए ), तो लोरेंज बल किस ओर लगेगा जबकि गतिमान कण $(a)$ इलेक्ट्रॉन ( ऋण आवेश) $(b)$ प्रोटॉन (धन आवेश) है।
एक स्थिर आवेश पर एक बहुत उच्च चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता है। तब आवेश