किसी प्रोटॉन की गतिज ऊर्जा $1\, MeV$ है। यह किसी एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में $R$ त्रिज्या के वृत्ताकार पथ में गति कर रहा है तो, किसी $\alpha$ -कण की ऊर्जा .......$MeV$ होनी चाहिये ताकि वह उसी क्षेत्र में उसी त्रिज्या के पथ में गति कर सके?

  • [AIPMT 2012]
  • A

    $1$

  • B

    $4$

  • C

    $2 $

  • D

    $0.5$

Similar Questions

एक इलेक्ट्रॉन $B$ तीव्रता के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में ${10^8}\,m/\sec $ की चाल से क्षेत्र के लम्बवत् गमन करता है। अचानक क्षेत्र की तीव्रता $B/2$ घट कर रह जाती है। पथ की प्रारम्भिक त्रिज्या $r$ का मान अब हो जायेगा

एक प्रोटॉन जिसकी ऊर्जा $200\, MeV$ है। $5 \,T$ के चुम्बकीय क्षेत्र मे प्रवेश करता है। यदि क्षेत्र की दिशा दक्षिण से उत्तर की ओर है एवं आवेश के गति की दिशा ऊपर की ओर हो तो इस पर कार्यरत बल होगा

एक आवेश चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् वृत्तीय पथ में गति करता है। परिक्रमण का आवर्तकाल निर्भर नहीं होता

  • [AIEEE 2002]

एक प्रोटॉन पुँज ${10^{ - 4}}\,T$ के चुम्बकीय क्षेत्र में अभिलम्बवत् प्रवेश करता है, इसका विशिष्ट आवेश ${10^{11}}$ $C/kg$ एवं वेग ${10^7}$ $m/s$ है। इसके द्वारा बनाये गये वृत्त की त्रिज्या ......$m$ है

एक प्रोटॉन, एक इलैक्ट्रॉन और एक हीलियम नाभिक, की ऊर्जाएँ बराबर हैं। वे एक समतल में उसके लम्बवत्
चुम्बकीय क्षेत्र के कारण वृत्ताकार कक्षा में गतिशील है। यदि $r _{ p }, r _{ e }$ और $r _{ He }$ प्रोटॉन, इलैक्ट्रॉन तथा हीलियम नाभिक के वृत्ताकार पथ की त्रिज्याएँ है, तो।

  • [JEE MAIN 2019]