एक समरुप विद्युत क्षेत्र तथा समरुप चुम्बकीय क्षेत्र एक ही दिशा में उत्पन्न किये गये हैं। उसी दिशा में एक इलेक्ट्रॉन को प्रक्षेपित किया जाता है, तो
इलेक्ट्रॉन अपनी दायीं ओर मुड़ जायेगा
इलेक्ट्रॉन अपनी बायीं ओर मुड़ जायेगा
इलेक्ट्रॉन का वेग परिमाण में बढ़ जायेगा
इलेक्ट्रॉन का वेग परिमाण में घट जायेगा
समान गतिज ऊर्जा का एक इलेक्ट्रॉन तथा एक प्रोटॉन चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत् प्रवेश करते हैं, निम्न में से क्या सत्य है
एक धात्विक गुटके को जिसमें से विद्युत धारा $I$ प्रवाहित हो रही है, एक समांगी प्रेरण $B$ में रख दिया गया है। गतिमान आवेशों पर लगने वाला बल $F$ है। परिणामत: गुटके के तल (Face) ........ के विभव में कमी आ जाती है (आवेशों का वेग $v$ मान लें)
एक आवेशित कण चुम्बकीय क्षेत्र में गति करते समय परिणामी बल अनुभव करता है
एक $10\, eV$ ऊर्जा का एक इलैक्ट्रॉन चुम्बकीय क्षेत्र $10^{-9}$ वेबर/मी. $(1G)$ के लम्बवत् गति करता है तथा दोनों धाराओं से symmetrical हैं। तो इसके पथ की त्रिज्या ...... सेमी होगी
यदि आवेशित कण की गति की दिशा न तो चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में है और न ही उसके लम्बवत् तब इसका पथ होगा