किसी रेडियोधर्मी प्रतिदर्श की सक्रियता $1.6$ क्यूरी है। इसकी अर्द्धआयु $2.5$ दिन है। $10$ दिन बाद इसकी सक्रियता ...........क्यूरी होगी
$0.8$
$0.4$
$0.1$
$0.16$
$100$ नाभिक प्रति सैकिण्ड की स्थिर दर से क्षयस्थिराँक $0.5 / s$ वाले रेडियोसक्रिय नाभिक उत्पन्न हो रहे हैं। यदि $t=0$ पर एक भी नामिक उपस्थित नहीं था, तब $50$ नाभिक उत्पन्न होने में लगा समय है
किसी रेडियोएक्टिव समस्थानिक $'X'$ की अर्ध आयु $50$ वर्ष है। इसके क्षय होने से तत्व $'Y'$ बनता है जो स्थायी है। किसी चट्टान के निदर्श ( सेम्पल) में $'X'$ और $'Y'$ तत्वों का अनुपात $1: 15$ पाया गया तो चट्टान की आयु का आकलन किया गया है: (वर्ष में)
अर्द्ध-आयु $1.0$ मिनट के रेडियाएक्टिव पदार्थ में यदि इसके एक नाभिक का क्षय अभी होता है तो अगले का क्षय होगा
किसी रेडियोधर्मी तत्व का क्षय नियतांक $1.5 \times {10^{ - 9}}$ प्रति सैकण्ड है। इसकी औसत आयु सैकण्डों में होगी
रेडियोएक्टिव पदार्थ की औसत आयु और क्षय नियतांक परस्पर सम्बन्धित हैं