एक रेडियोसक्रिय प्रतिदर्श में दो भिन्न-भिन्न प्रकार के पदार्थ हैं। प्रारम्भ में दोनों पदार्थों के नाभिकों की संख्या समान है। एक पदार्थ का औसत आयुकाल $\tau$ एवं दूसरे पदार्थ का $5\tau$ है। दोनों पदार्थों के विघटन उत्पाद स्थायी हैं। प्रतिदर्श में उपस्थित कुल रेडियोसक्रिय नाभिकों एवं समय के बीच सही ग्राफ है
$B{i^{210}}$ की अर्द्ध-आयु $5$ दिन है। यदि हम इस समस्थानिक के $50,000$ परमाणुओं से प्रारम्भ करें तो $10$ दिन पश्चात् शेष परमाणुओं की संख्या होगी
एक रेडियोसक्रिय नाभिक
${ }_{\mathrm{Z}}^{\mathrm{A}} \mathrm{X} \rightarrow {}_{\mathrm{Z}-1}{\mathrm{B}} \rightarrow {}_{\mathrm{Z}-3 }\mathrm{C} \rightarrow {}_{\mathrm{Z}-2} \mathrm{D}$ क्रम में, जहाँ $\mathrm{Z}$ तत्व $\mathrm{X}$ का परमाणु संख्या है। क्रम में विघटित सम्भव कण हैं, क्रमशः :
दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ और $B$ के क्षय नियतांक क्रमश: $5 \lambda$ और $\lambda$ हैं। समय $t =0$ पर उनके नाभिकों की संख्याएँ समान हैं। किस समय अन्तराल के पश्चात $A$ और $B$ की संख्याओं का अनुपात $(1 / e )^{2}$ होगा?
एक रेडियोधर्मी पदार्थ का $99\% $ क्षय हो जायेगा
एक रेडियोसक्रिय पदार्थ में $t = 0$ पर नाभिकों की संख्या $1000$ एवं $t = 2\, sec$ पर नाभिकों की संख्या $900$ है $t = 4\, sec$ पर नाभिकों की संख्या होगी