कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ क्षयित होकर $80$ दिन में अपनी प्रारम्भिक एक्टिवता का $\left(\frac{1}{16}\right)$ वाँ भाग रह जाता है। दिनों में व्यक्त किए जाने पर इस रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्धायु है।
$20$
$200$
$2$
$4$
पाँच अर्द्धआयुकालों के पश्चात् प्रारम्भिक पदार्थ का शेष भाग होगा
दो घण्टे के पश्चात् एक निश्चित रेडियोएक्टिव समस्थानिक की प्रारम्भिक मात्रा का $\frac{1}{16}$ वां भाग शेष रह जाता है। इस समस्थानिक की अर्द्ध-आयु है
रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्द्ध-आयु निर्भर करती है
एक रेडियोसक्रिय पदार्थ की प्रारम्भिक सक्रियता $1$ क्यूरी है इस पदार्थ की अर्द्ध-आयु $(T_{1/2} = 12$ घण्टे है) एक सप्ताह बाद इसकी सक्रियता रह जायेगी
जीवाश्मों की उम्र पता लगाने के लिए कार्बन डेटिंग विधि सर्वाधिक उपयुक्त है, यदि इनकी उम्र की कोटि है