एक स्थिर लिफ्ट की छत से लटके हुये सरल लोलक का दोलनकाल $T_1$ है। जब लिफ्ट नियत वेग से नीचे की ओर गति करें तो सरल लोलक का दोलनकाल $T_2$ हो जाता है, तब
${T_2}$ अनंत
${T_2} = {T_1}$
${T_2} < {T_1}$
${T_2} > {T_1}$
किसी रूकी हुई लिफ्ट के भीतर किसी, सरल लोलक का आवर्तकाल $T$ है। यदि लिफ्ट $g / 2$ त्वरण से उपरिमुखी गति करती है, तो सरल लोलक का आवर्तकाल होगा।
एक प्लेट आवर्तकाल $T$ से दोलन कर रही है। अचानक एक अन्य प्लेट प्रथम प्लेट पर रख दी जाती है। इसका आवर्तकाल
सरल लोलक की लम्बाई तथा उसके आवर्तकाल के बीच सही ग्राफ है
अपनी निम्नतम स्थिति पर एक लोलक के गुटके की चाल $3$ मी/सैकण्ड है। लोलक की लम्बाई $0.5$ मी है। जब यह लम्बाई ऊध्र्व से $60^\circ $ का कोण बनाती है तब गुटके की चाल .... मी/सैकण्ड होगी (यदि $g = 10$ मी/सैकण्ड$^{2}$)
सरल लोलक के लिये $L$ व $T $ के बीच ग्राफ होगा