एक ठोस चकती किसी क्षैतिज पथ पर स्थिर वेग $\upsilon $ से दक्षिणावर्त बिना फिसले लुढ़क रही है। किसी स्थिर प्रेक्षक के सापेक्ष बिन्दु $A, B$ और $C$ के वेगों के परिमाण क्रमश: है
$\upsilon ,\,\upsilon$ तथा $\upsilon $
$2\upsilon ,\,\sqrt 2 \upsilon$ तथा शून्य
$2\upsilon ,\,2\upsilon$ तथा शून्य
$2\upsilon ,\,\sqrt 2 \upsilon$ तथा $\sqrt 2 \upsilon $
एक वायुयान $150\, m/s$ की चाल से क्षैतिज लूप में गति करता है। वायुयान के पंखों का किनारों से झुकाव ${12^o }$ है। लूप की त्रिज्या .......... $km$ है $(g = 10\,\,m/{s^2},OA \,\tan 12^\circ = 0.212)$
एक कण जो कि मूल बिंदु से $1 \,m$ की दूरी पर है इस प्रकार चलना प्रारंभ करता है कि $d r / d \theta=r$, जहाँ $(r, \theta)$ ध्रुवीय निर्देशांक हैं. तब परिणामी वेग तथा वेग के स्पशरेखीय भाग के बीच का कोण
एक कण नियत चाल से वृत्तीय पथ पर घूम रहा है, तो इसका त्वरण होगा
अभिकेन्द्रीय त्वरण का सूत्र है
एक पहिया एकसमान त्वरण से स्थिर अवस्था से त्वरित होता है और प्रथम सेकण्ड में $5$ रेडियन घूमता है। पहिये द्वारा अगले सेकण्ड में घूमा गया कोण क्या होगा $....... rad$