विद्युत आवेश $Q$ को दो भागों में ${Q_1}$ तथा ${Q_2}$ में विभक्त करके परस्पर $R$ दूरी पर रखा गया है। दोनों के मध्य प्रतिकर्षण का बल अधिकतम होगा, जब

  • A

    ${Q_2} = \frac{Q}{R},\;{Q_1} = Q - \frac{Q}{R}$

  • B

    ${Q_2} = \frac{Q}{4},\;{Q_1} = Q - \frac{{2Q}}{3}$

  • C

    ${Q_2} = \frac{Q}{4},\;{Q_1} = \frac{{3Q}}{4}$

  • D

    ${Q_1} = \frac{Q}{2},\;{Q_2} = \frac{Q}{2}$

Similar Questions

हाइड्रोजन परमाणु में, $r$ त्रिज्या की कक्षा में एक इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारो ओर चक्कर लगाता है इनके मध्य कूलॉम बल $\vec F$ है:

(जहाँ $K = \frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}}$)

  • [AIPMT 2003]

दो छोटी गेंदें जिनमें प्रत्येक पर $ + Q$ कूलॉम धन आवेश है, एक स्टैण्ड के हुक से बराबर लम्बाई $L$ मीटर की दो विद्युतरोधी डोरियों से लटकाई गई हैं। इस समायोजन को एक उपग्रह में रखकर अंतरिक्ष में जहाँ गुरुत्वाकर्षण नहीं है, ले जाया जाता है। दोनों डोरियों के बीच कोण तथा डोरियों में तनाव होगा

  • [IIT 1986]

दो आवेश एक दूसरे से $‘d’$ दूरी पर है। यदि दोनों के मध्य $\frac{d}{2}$ मोटाई की तांबे की प्लेट रख दें तो प्रभावी बल होगा

$3 ×10 ^{-6}\, C$ एवं $8 ×10 ^{-6} \, C$ के दो बिन्दु आवेश एक दूसरे को   $ 6 ×10^{-6}\, N$ के बल से प्रतिकर्षित करते हैं। यदि  प्रत्येक को  $-6 ×10 ^{-6}\, C$ का अतिरिक्त आवेश दे दिया जाये तो इनके मध्य बल होगा

दो बिन्दु आवेश $ + \,9e$ तथा $ + \,e$ एक दूसरे से $16$ सेमी. दूर स्थित हैं। अन्य आवेश $q$ को इनके बीच कहाँ रखा जाये कि निकाय सन्तुलन अवस्था में हो