एक स्वरित्र को $20 cm$ लम्बे तार के सोनोमीटर के साथ बजाने पर $5$ विस्पन्द प्रति सैकण्ड उत्पन्न होते हैं। यदि तार की लम्बाई $21 cm$ कर दी जाये तो विस्पन्द आवृत्ति परिवर्तित नहीं होती। स्वरित्र की आवृत्ति (हर्ट्ज में) होगी
$200$
$210$
$205$
$215$
एक $7$ मी. लम्बी डोरी का द्रव्यमान $0.035\,kg$ है। यदि डोरी में तनाव $60.5 N$ है तब डोरी पर तरंग का वेग .... $m/s$ होगा
एक तरंग दृढ़ सिरे से परावर्तित होती है। परावर्तन के फलस्वरूप इसकी कला में परिवर्तन होगा
एक दूसरे से $1 m$ की दूरी पर स्थित दो क्लैम्पों के मध्य कसे हुये एक तार का घनत्व $9 \times 10^3 kg /m^3$ है तार में उत्पन्न अनुप्रस्थ कम्पनों की न्यूनतम आवृत्ति ..... $Hz$ होगी ($Y = 9 \times 10^{10} N / m^2$)
मेल्डी के प्रयोग में यदि तार के एक सिरे से जुडे़ $15\, gm$ पलड़े पर $50\, gm$ भार रखा हो तो तार $4$ लूपों में कम्पन करता है। तार को $6$ लूपों में कम्पन कराने के लिये पलड़े से कितना भार हटाना होगा
एक सोनोमीटर तार के मुक्त सिरे से $50.7 kg$ द्रव्यमान लटकाने से उसमें तनाव उत्पन्न होता है। लटके हुये द्रव्यमान का आयतन $0.0075\, m^3$ है एवं तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $260 Hz$ है यदि लटके हुये द्रव्यमान को पूर्णत: जल में डुबो दिया जाये तो मूल आवृत्ति हो .... $Hz$ जायेगी ($g = 10 ms{^{-2}}$)