$4\, kg$ भार से तनी हुयी डोरी में उत्पन्न मूल स्वर की आवृत्ति $256\,Hz$ है। अष्टक स्वर उत्पन्न करने के लिये आवश्यक भार .... $kg \,wt$ होगा
$4$
$8$
$12$
$16$
दो सर्वसम सोनोमीटर के तारों की मूल आवृत्ति $500\, Hz$ है व इनमें तनाव समान है। इनमें से किसी एक तार के तनाव में कितने प्रतिशत वृद्धि की जाये कि दोनों को साथ-साथ बजाने पर इनसे $5$ विस्पंद/सैकण्ड उत्पन्न ... $\%$ हों
सितार से श्रोता तक आने में ध्वनि का प्रकार होता है
$250 Hz$ की आवृत्ति से समस्वरित सोनोमीटर के तार की लम्बाई $ 0.60$ मीटर है। यदि इसकी लम्बाई $0.40$ मीटर कर दी जाय तो यह ... $(Hz)$ आवृत्ति के स्वरित्र के साथ समस्वरित होगा
यदि किसी सोनोमीटर-तार का तनाव चार गुना कर दिया जाये तो तार की मूल आवृत्ति .... $times $ गुणक से बढ़ जाएगी
दो दृढ़ आधारों के बीच तनित किसी एक रस्सी के कम्पनों की मूल आवृत्ति (fundamental frequency) $50 \mathrm{~Hz}$ है। रस्सी का द्रव्यमान $18 \mathrm{~g}$ एवं इसका रेखीय द्रव्यमान घनत्व $20 \mathrm{~g} / \mathrm{m}$ है। रस्सी में उत्पन्न अनुप्रस्थ तरंग की चाल_________________$\mathrm{ms}^{-1}$ है।