दो बिन्दु आवेश $4 q$ व $- q ; x-$अक्ष पर क्रमशः $x =-\frac{ d }{2}$ व $x$ $=\frac{ d }{2}$ पर स्थिर है। यदि एक तीसरे बिन्दु आवेश $'q'$ को मूलबिन्दु से $x = d$ तक अर्धवृत्त के अनुदिश चित्रानुसार ले जाया जाये तो आवेश की ऊर्जा ।

981-143

  • [JEE MAIN 2020]
  • A

    $\frac{2 q ^{2}}{3 \pi \varepsilon_{0} d }$ गुना बढ़ जायेगी।

  • B

    $\frac{3 q ^{2}}{4 \pi \varepsilon_{0} d }$ गुना बढ़ जायेगी।

  • C

    $\frac{4 q ^{2}}{3 \pi \varepsilon_{0} d }$ गुना घट जायेगी।

  • D

    $\frac{ q ^{2}}{4 \pi \varepsilon_{0} d }$ गुना घट जायेगी।

Similar Questions

$100\, V$ विभवान्तर द्वारा विरामावस्था से त्वरित एक इलेक्ट्रॉन तथा $\alpha $-कण के संवेगों का अनुपात है

$(a)$ तथा $(b)$ में क्रमशः एकल धन तथा ऋण आवेशों की क्षेत्र रेखाएँ दर्शायी गई हैं

$(a)$ बिभवांतर $V_{ P }-V_{ Q }: V_{ B }-V_{ A }$ के चिह्न बताइए।

$(b)$ बिंदु $Q$ और $P$; $A$ और $B$ के बीच एक छोटे से ऋण आवेश की स्थितिज ऊर्जा के अंतर का चिह्न बताइए।

$(c)$ $Q$ से $P$ तक एक छोटे धनावेश को ले जाने में क्षेत्र द्वारा किए गए कार्य का चिह्न बताइए।

$(d)$ $B$ से $A$ तक एक छोटे से ऋ्रण आवेश को ले जाने के लिए बाह्य साधन द्वारा किए गए कार्य का चिह्न बताइए।

$(e)$ $B$ से $A$ तक जाने में क्या एक छोटे से ऋणावेश की गातिज ऊर्जा बढेगी या घटेगी?

$‘a’$ लम्बाई वाली भुजा के एक वर्ग के केन्द्र पर आवेश $Q$ रखा है एवं इसके एक कोने पर आवेश $q$ स्थित है। आवेश $q$ को विपरीत सिरे (विकर्ण के दूसरे सिरे) तक चलानें में कार्य होगा

दो आवेश ${q_1}$ तथा ${q_2}$, $30\,\,cm$ दूरी पर चित्रानुसार स्थित हैं। एक तीसरे आवेश ${q_3}$ को $40\,cm$ त्रिज्या के वृत्त के चाप के अनुदिश $C$ से $D$ तक चलाया जाता है। निकाय की स्थितिज ऊर्जा में परिवर्तन $\frac{{{q_3}}}{{4\pi {\varepsilon _0}}}k$ है, यहाँ $k$ का मान है

  • [AIPMT 2005]

यदि $q$ धनात्मक है तथा इसे कम विभव वाले स्थान से अधिक विभव वाले स्थान की ओर गति करवाते हैं, तो इसकी स्थितिज ऊर्जा