एक परिवर्ती संधारित्र को स्थाई रूप से $100$ $V$ की बैटरी से जोड़ा गया है। यदि धारिता $2\,\mu \,F$ से बदलकर $10\,\mu \,F$ कर दी जाये तो ऊर्जा में परिवर्तन है
$2 \times {10^{ - 2}}\,J$
$2.5 \times {10^{ - 2}}\,J$
$3.5 \times {10^{ - 2}}\,J$
$4 \times {10^{ - 2}}\,J$
संधारित्र में ऊर्जा किस रूप में संचित रहती है
दिये गये परिपथ में एक संधारित्र में संचित आवेश $\ldots \mathrm{C}$ है।
एक समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों को अलग-अलग करने में, किसी बाह्य कारक द्वारा किया गया कार्य है
संधारित्र के मध्य ऊर्जा रहती है
चिकित्सा में उपयोगी डीफिब्रिलेटर (दिल की धड़कनों को सामान्य बनाने वाला उपकरण) में लगा $40$ $\mu F$ धारिता वाला संधारित्र $3000\,V$ तक आवेशित किया गया है। संधारित्र में संचित ऊर्जा $2\,ms$ अंतराल के स्पंदन (Pulse) द्वारा मरीज को दी जाती है। मरीज को दी गई शक्ति ......$kW$ होगी