एक विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैर्ध्य $8\,mm$ है तथा यह $x$ दिशा में संचरित है एवं $y$ दिशा में कंपित विद्युत क्षेत्र का अधिकतम परिमाण $60\,Vm ^{-1}$ है तो विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्रों की सही समीकरणें चुनिये जबकि विद्युत चुम्बकीय तरंग निर्वात में संचरित हो
$E_{y}=60 \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{3}\left( x -3 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ j }\,Vm ^{-1}$
$B _{z}=2 \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{3}\left( x -3 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ k }\,T$
$E_{y}=60 \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{3}\left( x -3 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ j }\,Vm ^{-1}$
$B _{z}=2 \times 10^{-7} \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{3}\left( x -3 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ k }\,T$
$E _{y}=2 \times 10^{-7} \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{3}\left( x -3 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ j }\,Vm ^{-1}$
$B _{z}=60 \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{3}\left( x -3 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ k }\, T$
$E _{ y }=2 \times 10^{-7} \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{4}\left( x -4 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ j }\,Vm ^{-1}$
$B _{z}=60 \sin \left[\frac{\pi}{4} \times 10^{4}\left( x -4 \times 10^{8} t \right)\right] \hat{ k } \,T$
एक विद्युत चुम्बकीय तरंग, ऋणात्मक $\mathrm{z}$ दिशा में ऊर्जा स्थानान्तरित कर रही है। किसी नियत बिन्दु एवं नियत समय पर, तरंग के विद्युत क्षेत्र की दिशा, धनात्मक $\mathrm{y}$ दिशा के अनुदिश हैं। उस बिन्दु एवं क्षण पर, तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा क्या होगी?
नीचे दो कथन दिये गये है-
कथन $I :$ एक समय परिवर्ती विद्युत क्षेत्र, परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र का स्त्रोत है तथा इसका विपरीत भी सत्य है। इस प्रकार विद्युत क्षेत्र या चुम्बकीय क्षेत्र में विक्षोभ विद्युत चुम्बकीय तरंगें उत्पन्न करता है।
कथन $II:$ किसी पदार्थ में विद्युत चुम्बकीय तरंग चाल $v =\frac{1}{\sqrt{\mu_0 \varepsilon_0}}$ से गति करती है।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।
एक $M$ द्रव्यमान तथा $Q$ धन आवेश का कण, जो $\vec{u}_1=4 \hat{i} ms ^{-1}$ के एकसमान वेग से गतिशील है, एकसमान स्थिर चुम्बकीय क्षेत्र में $x-y$ तल के अभिलम्बवत् है तथा इसका विस्तार क्षेत्र $x=0$ से $x=L$ तक प्रत्येक $y$ के मान के लिए है। इस चुम्बकीय क्षेत्र को यह कण $10$ मिली सैकण्ड में पार कर दूसरी ओर $\overrightarrow{ u }_2=2(\sqrt{3} \hat{ i }+\hat{ j }) ms ^{-1}$ वेग से प्रकट होता है। सही प्रकथन है/ हैं -
$(A)$ चुम्बकीय क्षेत्र $- z$ दिशा में है।
$(B)$ चुम्बकीय क्षेत्र $+z$ दिशा में है।
$(C)$ चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $\frac{50 \pi M }{3 Q }$ इकाई है।
$(D)$ चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $\frac{100 \pi M }{3 Q }$ इकाई है।
विद्युत चुम्बकीय $(EM)$ तरंगों के प्रसिद्ध गुणों की नीचे दी गई व्याख्या में से सही कथन ज्ञात कीजिए।
$A.$ किसी समतलीय विद्युत चुम्बकीय तरंग में, विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र एक-दूसरे के लम्बवत् होने चाहिए एवं तरंग के संचरण की दिशा विद्यत क्षेत्र या चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश होनी चाहिए।
$B.$ विद्युत चुम्बकीय तरंग में निहित ऊर्जा, विद्युत एवं चुम्बकीय श्रोतों में एक समान रूप से विभाजित होती है।
$C.$ विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र, दोनों एक-दूसरे के समानान्तर होते हैं, एवं तरंग के संचरण की दिशा के लम्बवत् होते हैं।
$D.$ विद्युत क्षेत्र, चुम्बकीय क्षेत्र एवं तरंग संचरण की दिशा, आपस में एक-दूसरे के लम्बवत् होने चाहिए।
$E.$ चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम एवं विद्युत क्षेत्र के आयाम का अनुपात प्रकाश की चाल के बराबर होता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चनिए:
एक $LC$ अनुनादी परिपथ में $400\, pF$ धारिता का संधारित्र एवं $100\mu H$ का प्रेरकत्व जुड़ा है। यह एक एन्टीना से जुड़ा है एवं कम्पन करता है, तो विकरित विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैध्र्य होगी