नीचे दो कथन दिए गए हैं-
कथन $\mathrm{I}$ : विद्युत चुम्बकीय तरंगे विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र के द्वारा विक्षेपित नही होती हैं।
कथन II : विद्यत चुम्बकीय तरंग में, विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम एक-दूसरे से $\mathrm{E}_0=\sqrt{\frac{\mu_0}{\varepsilon_0}} \mathrm{~B}_0$ के अनुसार सम्बंधित होते है।
कथन $I$ सत्य है लेकिन कथन $II$ असत्य है।
कथन $I$ एवं कथन $II$ दोनों सत्य है।
कथन $I$ असत्य है लेकिन कथन $II$ सत्य है।
कथन $I$ एवं कथन $II$ दोनो असत्य है।
एक प्रकाश पुंज $E =800\, \sin \omega\left( t -\frac{ x }{ c }\right)$ से वर्णित है। एक इलेक्ट्रॉन $3 \times 10^{7} \,ms ^{-1}$ चाल से प्रकाश पुंज के अभिलम्बवत गति करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला अधिकतम चुम्बकीय बल क्या है?
एक $LC$ अनुनादी परिपथ में $400\, pF$ धारिता का संधारित्र एवं $100\mu H$ का प्रेरकत्व जुड़ा है। यह एक एन्टीना से जुड़ा है एवं कम्पन करता है, तो विकरित विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैध्र्य होगी
$x$-दिशा में संचरित एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग के लिए निम्नलिखित संयोजनों में से कौन सा क्रमशः विद्युत क्षेत्र $(E)$ तथा चुम्बकीय क्षेत्र $(B)$ की सही सम्भव दिशाओं को प्रदर्शित करता है ?
नीचे कथन दिये गये है :
कथन $I$: विद्युत चुम्बकीय तरंगे ऊर्जा का संचरण करती है जब वह आकाश में/ गति करती है और इस ऊर्जा में विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र का बराबर भाग होता है।
कथन $II$: जब कोई विद्युत चुम्बकीय तरंग किसी तल से टकराती है तो तल पर एक दाब आरोपित होता है। उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में सबसे उचित उत्तर चुनिए :
एक समतल विद्युतचुम्बकीय तरंग सापेक्षिक चुम्बकशीलता $1.61$ तथा सापेक्षिक विद्युतशीलता $6.44$ वाले माध्यम में गमन करती है। यदि किसी बिन्दु पर चुम्बकीय तीव्रता का परिमाण $4.5 \times 10^{-2}$ $Am ^{-1}$ है तो उस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र तीव्रता का लगभग परिमाण होगा- (मुक्त आकाश की चुम्बकशीलता $\mu_0=4\,\pi \times 10^{-7}\,NA ^{-2}$, निर्वात में