एक $\alpha$ कण को ${10^6}$ $ V$ के विभवान्तर से त्वरित करने पर कण की गतिज ऊर्जा ........... $MeV$ होगी
$ 8$
$ 4$
$ 2$
$ 1$
इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा बढ़ाई जा सकती है यदि
थॉमसन के प्रयोग में तीन आवेशित कण जिनके आवेश $1 : 3 : 5$ के अनुपात में हैं, पर्दे के एक ही स्थान को प्रकाशित करते हैं। इनके द्रव्यमानों का अनुपात होगा
$3e$ परिमाण एवं $2m$ द्रव्यमान का एक आवेश $\overrightarrow E $ विद्युत क्षेत्र में गतिमान है। आवेश का त्वरण होगा
निम्न में से किसका विशिष्ट आवेश अधिकतम होगा
एक इलेक्ट्रॉन गन जिसका संग्राहक $100 \,V$ विभव पर है, एक कम दाब $\left(-10^{-2} \,mm Hg \right)$ पर हाइड्रोजन से भरे गोलाकार बल्ब में इलेक्ट्रॉन छोड़ती है। एक चुंबकीय क्षेत्र जिसका मान $2.83 \times 10^{-4}\, T$ है, इलेक्ट्रॉन के मार्ग को $12.0\, cm$ त्रिज्या के वृत्तीय कक्षा में वक्रित कर देता है। (इस मार्ग को देखा जा सकता है क्योंकि मार्ग में गैस आयन किरण-पुंज को इलेक्ट्रॉनों को आकर्षित करके और इलेक्ट्रॉन प्रग्रहण के द्वारा प्रकाश उत्सर्जन करके फ़ोकस करते हैं; इस विधि को ' परिष्कृत किरण-पुंज नली' विधि कहते हैं।) आँकड़ों से $e / m$ का मान निर्धारित कीजिए।