$5\, GHz$ आवत्ति की कोई विधुत चुम्बकीय तरंग उस माध्यम में गमन कर रही है जिसका आपेक्षिक विधुत परावैधुतांक और चुम्बकीय पारगम्यता दोनों ही $2$ है। इस माध्यम में इस तरंग का वेग $.........\times 10^{7} \,m / s$ है ।
$12$
$18$
$15$
$20$
एक समतल विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र $5 \times 10^{10} \mathrm{~Hz}$ आवृत्ति तथा $50 \mathrm{Vm}^{-1}$ आयाम के ज्या वक्रीय दोलन करता है। तरंग के विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र का कुल औसत ऊर्जा घनत्व है :
[दिया है, $\varepsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 / \mathrm{Nm}^2$ ]
एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग का विधुत क्षेत्र निम्न है,
$\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i } \cos ( kz ) \cos (\omega t )$
तब संगत चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }$ होगा :
एक समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग में समाहित दोलनीकृत चुम्बकीय क्षेत्र $B _{ y }=5 \times 10^{-6} \sin 1000 \pi\left(5 x -4 \times 10^8 t \right) T$ द्वारा निरूपित है। विद्युत क्षेत्र का आयाम होगा।
निर्वात् में विद्युत चुम्बकीय तरंग का वेग विकिरण के स्रोत पर निम्न प्रकार निर्भर करता है
$18\, W / cm ^{2}$ के ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश किसी अपरावर्तक सतह पर अभिलंबवत आपतित होता है। यदि सतह का क्षेत्रफल $20\, cm ^{2}$ हो तो $30$ मिनट की समयावधि में सतह पर लगने वाले औसत बल का परिकलन कीजिए।