एक विघुत चुम्बकीय तरंग का निर्वात में आवृति $2.0 \times 10^{10}\, Hz$ एवं ऊर्जा घनत्व $1.02 \times 10^{-8} J / m ^{3}$ है। तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम का सन्निकट मान .........$nT$ होगा
$\left(\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9} \frac{ Nm ^{2}}{ C ^{2}}\right.$ तथा प्रकाश का वेग $\left.=3 \times 10^{8} ms \right)$ :
$180$
$160$
$150$
$190$
एक तरंग किसी माध्यम में, जिसका विद्युत परावैद्युतांक स्थिरांक $2$ एवं सापेक्षिक चुम्बकशीलता $50$ है, में संचरित होती है। इस माध्यम का तरंग प्रतिघात.......$ \Omega$ होगा
वायु में $x$-अक्ष के अनुदिश चल रही प्रकाश तरंग की समीकरण $E _{ y }=540 \sin \pi \times 10^4( x - ct ) Vm ^{-1}$ है तो वैद्युतचुम्बकीय तरंग क चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान $......... \times 10^{-7}\,T$ होगा। (दिया है, $c =3 \times 10^8 ms ^{-1}$ )
एक रेडियो $7.5 \,MHz$ से $12 \,MHz$ बैंड के किसी स्टेशन से समस्वरित हो सकता है। संगत तरंगदैर्घ्य बैंड क्या होगा?
व्योम में चल रही वैद्युत-चुम्बकीय तरंग के लिए सही विकल्प चुनिए।
निर्वात में चलती हुई एक विद्युत चुम्बकीय तरंग के वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र के घटक
$E _{ x }= E _0 \sin ( kz -\omega t )$
$B _{ y }= B _0 \sin ( kz -\omega t )$
द्वारा वर्णित है, तब $\mathrm{E}_0$ व $\mathrm{B}_0$ के बीच सही संबंध दिया गया है :