$50\, Wm ^{-2}$ तीव्रता की एक विधुत चुम्बकीय तरंग ' $n$ ' अपवर्तनांक के एक माध्यम में बिना किसी क्षय के प्रवेश करती है। तरंग के माध्यम में प्रवेश करने के पूर्व तथा पश्चात् विधुत क्षेत्रों का अनुपात तथा चुम्बकीय क्षेत्रों का अनुपात क्रमशः होंगे?
$\left( {\frac{1}{{\sqrt n }},\frac{1}{{\sqrt n }}} \right)$
$\left( {\sqrt n ,\sqrt n } \right)$
$\left( {\frac{1}{{\sqrt n }},\sqrt n } \right)$
$\,\left( {\sqrt n ,\frac{1}{{\sqrt n }}} \right)$
एक सतह पर आपतित एक बल्ब से निकलने वाले प्रकाश की तीव्रता $0.22\,W / m ^2$ है। इस प्रकाश तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम $..........\times 10^{-9}\,T$ ज्ञात कीजिये। (दिया : निर्वात की विद्युतशीलता $\epsilon_0=8.85 \times 10^{-12}\,C ^2N ^{-1}m ^{-2}$, निर्वात में प्रकाश की चाल $c =3 \times 10^8 ms ^{-1}$ )
कोई विघुत-चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में वेग $\overrightarrow{ V }= V \hat{ i }$ से गमन कर रही है । किसी क्षण इस विघुत-चुम्बकीय तरंग का विघुत-क्षेत्र दोलन $+ y$ अक्ष के अनुदिश है । तब इस विघुत-चुम्बकीय तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र दोलन की दिशा होगी
एक समतल विधुतचुम्बकीय तरंग जिसकी आवत्ति $100\,MHz$ है $x$-अक्ष के अनुदिश निर्वात में गति कर रही है। समय और मुक्त आकाश में किसी विशेष बिन्दु पर, $\overrightarrow{ B }$ का मान $2.0 \times 10^{-8} \hat{ k }\, T$ है (जहाँ $\hat{ k }, z$-अक्ष के अनुदिश एकांक सदिश है) इस बिन्दु पर $\overrightarrow{ E }$ का मान होगा। (प्रकाश की चाल, $c =3 \times 10^{8}\, m / s$)
यदि $4\, kW$ शक्ति का एक स्त्रोत $10^{20}$ फोटॉन प्रति सेकण्ड उत्पन्न करता है, तब विकिरण स्येक्ट्रम के इस भाग का सदस्य होगा
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग, जो निर्वात में $x$ दिशा में चल रही है, का विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ j } \cos (\omega t - kx )$. है। समय $t =0$ पर इसका चुम्बकीय क्षेत्र होगा ।