एक इलेक्ट्रॉन (द्रव्यमान = $9.1 \times {10^{ - 31}}$ $kg$; आवेश = $1.6 \times {10^{ - 19}}$ $C$) अविचलित रहता है, यदि इस पर $3.2 \times {10^5}$ $V/m$ तीव्रता का एक विद्युत क्षेत्र एवं $2.0 \times {10^{ - 3}}$ $Wb/m^2$ तीव्रता का चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये यदि विद्युत क्षेत्र को हटा लिया जाये तब इलेक्ट्रॉन जिस कक्षा में घूमेगा उसकी त्रिज्या......$m$ होगी

  • A

    $45$

  • B

    $4.5$

  • C

    $0.45$

  • D

    $0.045$

Similar Questions

एक स्थिर आवेश पर एक बहुत उच्च चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता है। तब आवेश

एक इलेक्ट्रॉन एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है, जहाँ स्थिर विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: $20\, N/C$ एवं $5$ टेसला हैं। यदि इलेक्ट्रॉन बिना विचलन के गुजर जाता है, तो इलेक्ट्रॉन का वेग.......$m{s^{ - 1}}$ होगा

एक दूसरे के लम्बवत् विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन पुंज क्षेत्रों के लम्बवत् गति करता है, तो इलेक्ट्रॉनों का वेग .............. $m{s^{ - 1}}$ होगा (जबकि विद्युत क्षेत्र की तीव्रता $20\;V{m^{ - 1}}$एवं चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $0.5 T$​ है)

  • [AIPMT 1996]

एक आवेश $+ Q$ ऊध्र्व दिशा में ऊपर की ओर गतिशील है। यह आवेश किसी चुम्बकीय क्षेत्र में जाता है जिसकी दिशा उत्तर की ओर है। आवेश पर आरोपित बल की दिशा होगी

$2.5 \times {10^7}m/s$ के वेग से गतिमान एक प्रोटॉन $2.5\, T$ के चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र से ${30^o}$ का कोण बनाते हुए प्रवेश करता है। प्रोटॉन पर बल है