एक विधुत चुम्बकीय तरंग की उपस्थिति में एक इलेक्ट्रॉन गति $0.1 \,c$ से $y$-अक्ष पर चलने को बाध्य है, (जहाँ $c$ प्रकाश की चाल है।) तरंग का विधुत क्षेत्र है,
$\overrightarrow{ E }=30 \hat{ j } \sin \left(1.5 \times 10^{7} t -5 \times 10^{-2} x \right) V / m$.
इलेक्ट्रॉन द्वारा अनुभव किये गये चुम्बकीय बल का अधिकतम मान होगा ।
(दिया है $c =3 \times 10^{8} ms ^{-1}$ और इलेक्ट्रॉन का आवेश $\left.=1.6 \times 10^{-19} C \right)$
$1.6 \times 10^{-19} N$
$4.8 \times 10^{-19} N$
$3.2 \times 10^{-18} N$
$2.4 \times 10^{-18} N$
किसी विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र सदिश और चुम्बकीय क्षेत्र सदिश क्रमशः $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i }$ और $\overrightarrow{ B }$ $= B _{0} \hat{ k }$ हैं। इस विधुत चुम्बकीय तरंग की संचरण दिशा होगी।
वैध्यूतचुंबकीय स्पेक्ट्रम के विभिन्न भागों की पारिभाषिकी पाठ्यपुस्तक में दी गई है। सूत्र $E=h v$ (विकिरण के एक क्वांटम की ऊर्जा के लिए : फोटॉन ) का उपयोग कीजिए तथा $em$ वर्णक्रम के विभिन्न भागों के लिए $eV$ के मात्रक में फोटॉन की ऊर्जा निकालिए। फोटॉन ऊर्जा के जो विभिन्न परिमाण आप पाते हैं वे वैध्यूतचुंबकीय विकिरण के स्तोतों से किस प्रकार संबंधित हैं?
मुक्त आकाश में किसी विध्यूत चुम्बकीय तरंग का विध्यूत क्षेत्र
$\vec{E}=10 \cos \left(10^{7} t+k x\right) \hat{j} V / m$ से निरूपित (प्रकट) किया जाता है। जहाँ $t$ सेकेण्ड में और $x$ मीटर में है।
इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि
$(1)$ तरंगदैर्ध्य $\lambda=188.4\, m$
$(2)$ तरंग संख्या $k=0.33\, rad / m$
$(3)$ तरंग-आयाम $=10\, V / m$
$(4)$ तरंग $+x$ दिशा की आर गमन कर रही है।
निम्नलिखित प्रकथनों के युग्मों में से कौन सा ठीक है?
एक विधुत चुम्बकीय तरंग को, विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ n } \sin [\omega t +(6 y -8 z )]$, से निरूपित किया जाता है। यदि $x, y$ तथा $z$ दिशा में इकाई सदिश क्रमशः $\hat{ i }, \hat{ j }, \hat{ k }$, हैं संचरण की दिशा $\hat{ s }$, के लिये सही विकल्प है?
एक लेसर किरण पुंज को अपने तरंगदैध्र्य के वर्ग के बराबर क्षेत्रफल पर फोकस किया जा सकता है। यदि एक $He-Ne$ लेसर के द्वारा $1\,mW$ की दर से ऊर्जा प्रेषित की जाती है एवं इसका तरंगदैध्र्य $632.8 \,nm$ है, तो फोकस की गयी किरण पुंज की तीव्रता होगी