$3\,m$ द्रव्यमान की कोई वस्तु तीन समान टुकड़ों में टूट जाती है। दो टुकड़ों के वेग $v\hat j$ तथा $v\hat i$हैं। तीसरे टुकड़े का वेग होगा
$v(\hat j - \hat i)$
$v(\hat i - \hat j)$
$ - v(\hat i + \hat j)$
$\frac{{v(\hat i + \hat j)}}{{\sqrt 2 }}$
$1 \,kg$ द्रव्यमान का एक स्थिर पिण्ड विस्फोटित होकर तीन भागों में टूट जाता है, जिनके द्रव्यमानों का अनुपात $1 : 1 : 3$ है। बराबर द्रव्यमान के भाग परस्पर लम्बवत् दिशा में $30 \,m/s$ के वेग से गति करते हैं, तो सबसे भारी भाग का वेग ............... होगा
किसी कमरे की छत से $2\, m$ लंबी डोरी द्वारा $0.1\, kg$ संहति के गोलक को लटकाकर दोलन आरंभ किए गए। अपनी माध्य स्थिति पर गोलक की चाल $1\, m s ^{-1}$ है। गोलक का प्रक्षेप-पथ क्या होगा यदि डोरी को उस समय काट दिया जाता है जब गोलक अपनी $(a)$ चरम स्थितियों में से किसी एक पर है, तथा $(b)$ माध्य स्थिति पर है ?
$10$ कि.ग्रा. द्रव्यमान की एक मशीन गन से $20$ ग्राम की गोलियाँ $180$ गोली प्रति मिनट की दर से $100$ मी./से. की एक समान चाल से दागी जाती है। गन का पश्चगामी वेग है:
$1 \mathrm{~m}$ लंबाई के सरल लोलक में $1 \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान का लकड़ी का एक गोलक है। यह $2 \times 10^2 \mathrm{~ms}$ ! की चाल से गतिमान $10^{-2} \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान की एक गोली द्वारा टकराता है। गोली गोलक में धँस जाती है। गोलफ पापसा झूलने से पूर्प फिरा ऊँपाई सफल ऊपर पहुँचता है (दिया है : $\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ )
क्षैतिज से $60° $ के कोण पर एक तोप के गोले को $200\, m/se$ के वेग से दागा जाता है। यह अपनी उड़ान के महत्त्म बिन्दु पर तीन बराबर हिस्सों में बंट जाता है, जिनमें एक ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर $100 \,m/sec$ व एक ऊध्र्वाधर नीचे की ओर $100 \,m/sec$ के वेग से गिरता है। तीसरे टुकड़े का वेग है