जैसा चित्र में दिखाया गया है, एक खड़ी होने वाली सीढ़ी के दो पक्षों $BA$ और $CA$ की लम्बाई $1.6\, m$ है और इनको $A$ पर कब्ज़ा लगा कर जोड़ा गया है। इन्हें ठीक बीच में, $0.5\, m$ लम्बी रस्सी $DE$ द्वारा बांधा गया है। सीढ़ी $BA$ के अनुदिश $B$ से $1.2\, m$ की दूरी पर स्थित बिन्दु $F$ से $40\, kg$ का एक भार लटकाया गया है। यह मानते हुए कि फर्श घर्षण रहित है और सीढ़ी का भार उपेक्षणीय है, रस्सी में तनाव और सीढ़ी पर फर्श द्वारा लगाया गया बल ज्ञात कीजिए। $\left(g=9.8\, m / s ^{2}\right.$ लीजिए) (संकेत: सीढ़ी के दोनों ओर के संतुलन पर अलग-अलग विचार कीजिए)
$N_{ B }=$ Force exerted on the ladder by the floor point $B$
$N_{ C }=$ Force exerted on the ladder by the floor point $C$
$T=$ Tension in the rope
$BA = CA =1.6 m$
$DE =0.5 m$
$BF =1.2 m$
Mass of the weight, $m=40 kg$
Draw a perpendicular from A on the floor $BC$. This intersects $DE$ at mid-point $H$.
$\triangle ABI$ and $\triangle AIC$ are similar
$BI = IC$
Hence, $I$ is the mid-point of $BC$.
$DE \| BC$
$BC =2 \times DE =1 m AF =$
$BA - BF =0.4 m \ldots(i)$
$D$ is the mid-point of $AB$.
Hence, we can write:
$A D=\frac{1}{2} \times B A=0.8 m \ldots(ii)$
Using equations $(i)$ and $(i i),$ we get:
$FE =0.4 m$
Hence, $F$ is the mid-point of $AD$.
$FG$ $\|$ $DH$ and $F$ is the mid-point of $AD$. Hence, $G$ will also be the mid-point of $AH$.
$\triangle AFG$ and $\triangle ADH$ are similar
$\therefore \frac{ FG }{ DH }=\frac{ AF }{ AD }$
$\frac{ FG }{ DH }=\frac{0.4}{0.8}=\frac{1}{2}$
$FG =\frac{1}{2} DH$
$=\frac{1}{2} \times 0.25=0.125 m$
In $\triangle ADH$ :
$AH =\sqrt{ AD ^{2}- DH ^{2}}$
$=\sqrt{(0.8)^{2}-(0.25)^{2}}=0.76 m$
For translational equilibrium of the ladder, the upward force should be equal to the downward force.
$N_{ c }+N_{ B }=m g=392 \ldots(\text {iii})$
For rotational equilibrium of the ladder, the net moment about $A$ is $=$ $-N_{ B } \times Bl +m g \times FG +N_{ C } \times Cl +T \times AG -T \times AG =0$
$-N_{ n } \times 0.5+40 \times 9.8 \times 0.125+N_{ c } \times(0.5)=0$
$\left(N_{ C }-N_{ B }\right) \times 0.5=49$
$N_{c}-N_{B}=98\dots(iv)$
Adding equations $(iii)$ and $(iv)$, we get
$N_{ c }=245 N$
$N_{ n }=147 N$
For rotational equilibrium of the side $AB$, consider the moment about $A$. $-N_{ n } \times BI +m g \times FG +T \times AG =0$
$-245 \times 0.5+40+9.8 \times 0.125+T \times 0.76=0$
$0.76 T=122.5-49$
$\therefore T=96.7 N$
एक $8 \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान की एक वस्तु $1 \mathrm{~m}$ लंबी एवं 2 $\mathrm{kg}$ द्रव्यमान वाली किसी एक समान छड़ $\mathrm{CD}$ के एक सिरे से लटक रही है, जो कि अपने दूसरे सिरे $\mathrm{C}$ पर एक ऊर्ध्वाधर दीवार के सहारे धुरी पर चित्र में दर्शाये अनुसार लगी हुई है। इसे एक केबल (तार) $\mathrm{AB}$ से इस तरह सहारा दिया हुआ है कि निकाय साम्यावस्था में है। केबल में तनाव है: (यदि गुरूत्वीय त्वरण $\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ )
$\ell$ लम्बाई और $m$ द्रव्यमान वाली एक छड़ $A$ के परित : ऊर्ध्वाधर समतल में घूर्णन करने के लिए मुक्त है। यह छड़ जो आरंभिक रूप से क्षैतिज स्थिति में है छोड़ दी गयी। छड़ का आरंभिक कोणीय त्वरण है $( A$ के परित : छड़ का जड़त्व आघूर्ण है $\frac{ m \ell^{2}}{3}$ ):
$20 \,kg$ द्रव्यमान की एक $3\, m$ लंबी सीढ़ी एक घर्षणविहीन दीवार के साथ झुका कर टिकाई गई है। जैसा चित्र में दर्शाया गया है, इसका निचला सिरा फर्श पर दीवार से $1\, m$ की दूरी पर है। दीवार और फर्श के प्रतिक्रिया बल ज्ञात कीजिए।
$70$ सेंटीमीटर लंबी और $4.00\, kg$ द्रव्यमान की धातु की छड़ के दोनों सिरों से $10$ सेंटीमीटर दूर रखे दो क्षुर-धारों पर टिकी है। इसके एक सिरे से $40$ सेंटीमीटर की दूरी पर $6.00\, kg$ द्रव्यमान का एक भार लटकाया गया है। क्षुर-धारों पर लगने वाले प्रतिक्रिया बलों की गणना कीजिए। (छड़ को समांग और समान अनुप्रस्थ काट वाली मान सकते हैं।)
एक त्रिज्या $R$ तथा द्रव्यमान $M$ की एकसमान डिस्क केवल अपनी अक्ष के परितः घूर्णन के लिये स्वतंत्र है। चित्रानुसार इस डिस्क की परिधि पर एक डोरी लपेटकर, डोरी के स्वतंत्र सिरे से एक द्रव्यमान $m$ को बाँधा गया है। यदि द्रव्यमान को स्थिरावस्था से छोड़ा जाता है तो उसका त्वरण होगा