एक घर्षणहीन बेयरिंग पर एक घिरनी कें चारों ओर एक डोंरी को लपेट कर द्रव्यमान $m$ लटकाया गया हैं। घिरनी का द्रव्यमान $m$ और त्रिज्या $R$ है। यह मान लें कि घिरनी एक पूर्ण एक समान वृत्तीय चकती है। यदि डोरी घिरनी पर फिसलती नहीं है, तब द्रव्यमान $m$ का त्वरण है।
$\;\frac{3}{2}g$
$g$
$\;\frac{2}{3}g$
$\;\frac{g}{3}$
चित्र में, एक मीटर लम्बाई का एकसमान दृढ छड़ $A B$ क्षैतिजतः दो डोरीयों से छड़ के दो छोरों पर बंधे है एवं किसी छत से लटक रहे हैं। छड़ का द्रव्यमान $m$ है तथा छोर $A$ से $75\, cm$ की दूरी पर एक अन्य भार जिसका द्रव्यमान $2\, m$ है लटक रहा है। $A$ पर डोरी में तनाव .......... $mg$ होगा
एक $\sqrt{34}\,m$ लंबी सीढ़ी जिसका द्रव्यमान $10\,kg$ है, घर्पणरहित दीवार के सहारे खड़ी है। इसके पाद-दीवार से $3\,m$ दूरी पर फर्श पर विराम में स्थित हैं यदि $F_f$ तथा $F_w$ फर्श तथा दीवार के प्रतिक्रिया बल हो तो $F_{ w } / F _{ f }$ का अनुपात होगा $\left( g =10\,m / s ^2\right.$ लें $)$
एक $200$ से.मी. लम्बाई तथा $500$ ग्राम द्रव्यमान की समान छड़ एक वेज के $40$ से.मी. निशान पर संतुलित होती है। एक $2$ कि.ग्रा. का द्रव्यमान छड़ से $20$ से.मी. पर निलम्बित किया जाता है तथा दूसरा अज्ञात द्रव्यमान $'\mathrm{m}'$ छड़ से $160$ से.मी. निशान से निलम्बित किया जाता है। ज्ञात कीजिए $'\mathrm{m}'$ का मान जिससे छड़ संतुलन अवस्था में रहे। $\left(\mathrm{g}=10\right.$ मी./से. ${ }^{2}$ )
$\ell$ लम्बाई और $m$ द्रव्यमान वाली एक छड़ $A$ के परित : ऊर्ध्वाधर समतल में घूर्णन करने के लिए मुक्त है। यह छड़ जो आरंभिक रूप से क्षैतिज स्थिति में है छोड़ दी गयी। छड़ का आरंभिक कोणीय त्वरण है $( A$ के परित : छड़ का जड़त्व आघूर्ण है $\frac{ m \ell^{2}}{3}$ ):
एक " $V "$-आकार के दृढ पिंड में दो समरूप एकसमान भुजाएं हैं। भुजाओं के बीच क्या कोण होगा जिससे कि इस पिंड को एक भुजा से लटकाने पर दूसरी भुजा पूर्णतया क्षैतिज हो जायेगी?