$298\,K$ पर $C{H_3}COOH$ का $0.1\,M$ विलयन $1.34\%$ आयनीकृत होता है। एसीटिक अम्ल के लिये आयनन स्थिरांक ${K_a}$ होगा
$1.82 \times {10^{ - 5}}$
$18.2 \times {10^{ - 5}}$
$0.182 \times {10^{ - 5}}$
इनमें से कोई नहीं
$0.1\,M$ एकल क्षारीय अम्ल का $pH\, 4.50$ है। साम्यावस्था पर $H ^{+}$, $A ^{-}$ तथा $HA$ की सांद्रता की गणना कीजिए। साथ ही एकल क्षारीय अम्ल के $K _{ a }$ तथा $pK _{ a }$ के मान की भी गणना कीजिए।
$0.1 \,M$ का एक दुर्बल मोनोप्रोटिक अम्ल विलयन में $1\%$ आयनित होता है । विलयन की $pH $ क्या होगी
$HClO$ एक दुर्बल अम्ल है, $HClO$ के $0.1\,M$ विलयन में ${H^ + }$ आयनों का सान्द्रण होगा $({K_a} = 5 \times {10^{ - 8}})$
यदि एक दुर्बल अम्ल $HA$ का विलयन जिसमें एक अम्ल के $0.01$ मोल प्रतिलीटर में उपस्थित हैं तथा उसका $pH = 4$ है, तो अम्ल के आयनन की प्रतिशत कोटि तथा आयनन स्थिरांक क्रमश: होंगे
$HF , HCOOH$ तथा $HCN$ का $298\, K$ पर आयनन स्थिरांक क्रमश: $6.8 \times 10^{-4}, 1.8 \times 10^{-4}$ तथा $4.8 \times 10^{-9}$ है। इनके संगत संयुग्मी क्षारकों के आयनन स्थिरांक ज्ञात कीजिए।