$0.5 m$ लम्बी एवं $2 × 10{^{-4}}\,kg$ द्रव्यमान की डोरी पर जब $20 N$ का तनाव आरोपित करते हैं तो उत्पन्न द्वितीय संनादी की आवृत्ति .... $Hz$ होगी
$274.4$
$744.2$
$44.72$
$447.2$
दोनों सिरों पर कसी किसी डोरी में यदि नवाँ संनादी ($9^{th}$ harmonic) उत्पन्न किया जाये तो इसकी आवृत्ति सातवें संनादी की तुलना में होगी
निम्न में से अनुप्रस्थ तरंग का उदाहरण है
एक ही पदार्थ के बने चार तारों की लम्बाई एवं व्यास समान है। ये एक सोनोमीटर पर कसें हुए हैं। यदि इनके तनावों का अनुपात $1 : 4 : 9 : 16$ हो तो इनकी मूल आवृत्तियों में अनुपात होगा
$8 \times 10^3 \mathrm{~kg} / \mathrm{m}^3$ घनत्व के एक तार को $0.5 \mathrm{~m}$ की दूरी पर स्थित दो क्लेम्प के बीच खींचा जाता है। तार में उत्पन्न विस्तार $3.2 \times 10^{-4}$ है। यदि तार के पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $\mathrm{Y}=8 \times 10^{10} \mathrm{~N} / \mathrm{m}^2$ है तो तार में कम्पन्न की मूल आवृत्ति___________$\mathrm{Hz}$ होगी।
दो दृढ़ आधारों पर कसी डोरी की लम्बाई $40 cm$ है। इस पर उत्पन्न अप्रगामी तरंग की अधिकतम तरंगदैध्र्य .... सेमी. में होगी