अतिपरवलय $9{x^2} - 16{y^2} + 18x + 32y - 151 = 0$ का केन्द्र है
$(1, -1)$
$(-1, 1)$
$(-1, -1)$
$(1, 1)$
यदि किसी अतिपरवलय की उत्केन्द्रता तथा इसकी संयुग्मी की उत्केन्द्रता क्रमश: $e$ तथा $e’$ हो, तो
सरल रेखा $lx + my = n$ का अतिपरवलय ${b^2}{x^2} - {a^2}{y^2} = {a^2}{b^2}$ पर अभिलम्ब होने का प्रतिबन्ध होगा
अतिपरवलय ${x^2} - 3{y^2} = 2x + 8$ के संयुग्मी अतिपरवलय की उत्केन्द्रता होगी
अतिपरवलय $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} - \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ की स्पर्श प्रत्येक निर्देशाक्ष से इकाई लम्बाई का अन्त: खण्ड काटता है, तो बिन्दु $(a, b)$ निम्न समकोणीय अतिपरवलय पर होगा
अतिपरवलय $2{x^2} - 3{y^2} = 5$ की नाभि है