अर्द्ध-आयु $1.0$ मिनट के रेडियाएक्टिव पदार्थ में यदि इसके एक नाभिक का क्षय अभी होता है तो अगले का क्षय होगा
$1$ मिनट बाद
$\frac{1}{{{{\log }_e}\,2}}$ मिनट बाद
$\frac{1}{N}$ मिनट बाद, जहाँ $N$ उस क्षण उपस्थित नाभिकों की संख्या है
किसी भी समय बाद
किसी रेडियोएक्टिव तत्व की अर्द्धआयु $10$ दिन है। वह समय जिसमें मात्रा प्रारम्भिक द्रव्यमान की $1/10$ रह जायेगी .......दिन होगा
किसी रेडियोएक्टिव प्रक्रिया के लिए $\ln R$ और समय, $t$ (सेकण्ड) के बीच आरेख में दर्शाए अनुसार ग्राफ प्राप्त होता है। तब इस अज्ञात रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्धायु का मान लगभग होगा। $\dots \; sec$
$t = 0$ पर किसी रेडियो-एक्टिव पदार्थ में परमाणुओं की संख्या $8 \times {10^4}$ है। उसका अर्द्ध-आयुकाल $3$ वर्ष है, तब कितने .........वर्ष पश्चात् $1 \times {10^4}$ परमाणु शेष बचेंगे
दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ तथा $B$ के क्षय नियतांक, क्रमशः $10 \lambda$ तथा $\lambda$ है। यदि आरम्भ में उनके नाभिकों की संख्या बराबर हो तो कितने समय बाद $A$ तथा $B$ के नाभिकों की संख्या का अनुपात $1 / e$ होगा।
${ }_{38}^{90} Sr$ की अर्धायु $28$ वर्ष है। इस समस्थानिक के $15 \,mg$ की विघटन दर क्या है?