माना एक मोल हीलियम गैस एक पात्र में प्रारम्भिक दाब $P _1$ व आयतन $V _1$ पर परिबद्ध है। यह समतापीय रूप से आयतन $4 V _1$ तक प्रसारित होती है। इसके बाद यह रुद्धोष्म रूप से प्रसारित होती है तथा इसका आयतन $32 V _1$ हो जाता है।

समतापीय तथा रुद्धोष्म प्रसार प्रक्रमों के दौरान गैस द्वारा किया गया कार्य  $W_{\text {iso }}$ तथा $W_{\text {adia, }}$ है। यदि अनुपात $\frac{ W _{\text {iso }}}{ W _{\text {adia }}}$ $= f \ln 2$ है, तब $f$ का मान  . . . . .है।

$=f \ln 2$ है, तब $f$ का मान. . . . .है।

  • [IIT 2020]
  • A

    $1.78$

  • B

    $1.80$

  • C

    $1.85$

  • D

    $1.90$

Similar Questions

एक रुद्धोष्म संपीड़न के दौरान, एक द्विपरमाणुक आदर्श गैस के $2$ मोल का आयतन $50 \%$ कम किये जाने में $830 J$ का कार्य करना पड़ता है। इसके तापमान में परिवर्तन है लगभग $\dots K$: $\left( R =8.3 JK ^{-1} mol ^{-1}\right)$

  • [JEE MAIN 2014]

एक कार टायर में दाब वायुमण्डल दाब से चार गुना है तथा ताप $300 K$ है। यदि टायर अचानक फट जाता है, तो नया ताप होगा

नीचे दर्शाये गये चित्र में, एक कुचालक बेलनाकार पात्र का आयतन ${V_0}$ है। इसे एक चिकने पिस्टन (क्षेत्रफल = $A$ ) द्वारा दो समान भागों में बाँटा गया है। एक आदर्श गैस $({C_P}/{C_V} = \gamma )$ दाब, $P_1$ एवं ताप $T_1$ पर पात्र के बाँये भाग में भरी गयी है। एवं दाँये भाग में भी यही गैस दाब $ P_2$ एवं ताप $T_2$ पर भरी गयी है। पिस्टन धीरे से विस्थापित होता है, एवं साम्यावस्था में स्थिर हो जाता है। दोनों भागों का अंतिम दाब होगा (मान लीजिए $x$ = पिस्टन का विस्थापन है)

रुदोष्म प्रक्रम में गैस की अवस्था ${P_1},{V_1},{T_1}$ से ${P_2},{V_2},{T_2}$ तक परिवर्तित हो जाती है। निम्न में से कौनसा सम्बंध सत्य है

रुद्धोष्म परिवर्तन के लिए $\left( {\gamma  = \frac{{{C_p}}}{{{C_v}}}} \right)$