थॉमसन के द्रव्यमान स्पेक्ट्रोग्राफ में विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता है
एक-साथ एवं लम्बवत्
लम्बवत् लेकिन एक-साथ नहीं
समानान्तर लेकिन एक-साथ नहीं
समानान्तर एवं एक-साथ
कैथोड किरणें, दृष्य प्रकाष किरणों के समान होती हैं क्योंकि
थॉमसन के प्रयोग में तीन आवेशित कण जिनके आवेश $1 : 3 : 5$ के अनुपात में हैं, पर्दे के एक ही स्थान को प्रकाशित करते हैं। इनके द्रव्यमानों का अनुपात होगा
जब कैथोड किरणें (उच्च विभव $10\, kV$ पर) बहुत अधिक परमाणु-भार वाले ऐनोड से टकराती हैं तो प्राप्त होती हैं
थॉमसन प्रयोग द्वारा इलेक्ट्रॉन के लिए $\frac{e}{m}$ ज्ञात करते समय, इलेक्ट्रॉन पुंज के स्थान पर म्युऑनों $(muons)$ (एक प्रकार का कण जिस पर आवेश इलेक्ट्रॉन के बराबर परन्तु द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन का $208$ गुना होता है) उपयोग करते हैं। इस स्थिति में शून्य विक्षेप स्थिति होगी यदि
एक $\alpha$ कण को ${10^6}$ $ V$ के विभवान्तर से त्वरित करने पर कण की गतिज ऊर्जा ........... $MeV$ होगी