समान आकार की पाँच छड़ों को चित्रानुसार व्यवस्थित किया गया है। इनकी ऊष्मीय चालकताएँ ${K_1},\,{K_{2,\,}}{K_{3,}}\,{K_{4\,}}$ एवं ${K_5}$ है। जब $A$ और $B$ बिन्दुओं को विभिé तापों पर रखा जाता है तो बीच वाली छड़ से कोरई ऊष्मा प्रवाहित नहीं होती है, यदि
${K_1} = {K_4}\,{\rm{and}}\,\;{K_2} = {K_3}$
${K_1}{K_4} = {K_2}{K_3}$
${K_1}{K_2} = {K_3}{K_4}$
$\frac{{{K_1}}}{{{K_4}}} = \frac{{{K_2}}}{{{K_3}}}$
लोहे के (ऊष्मा चालकता $0.2 \,CGS$ मात्रक) एक घनाकार टुकडे़ के विपरीत फलक ${100^o}C$ की भाप एवं ${0^o}C$ की बर्फ में रखे गए हैं। यदि घन के फलक का क्षेत्रफल $4$ सेमी$^2$ हो, तो $10$ मिनिट में पिघली हुई बर्फ का द्रव्यमान ..... $gm$ होगा
दो पतले कम्बल उनकी कुल मोटाई के तुल्य एक कम्बल, की तुलना में अधिक गर्माहट देते हैं क्योंकि
एक चकती समान मोटाई की ताँबे और पीतल की चकतियों से मिलकर बनी है, इनकी ऊष्मा चालकताओं का अनुपात $1 : 4$ है। यदि पीतल का धरातल ${100^o}C$ पर और ताँबे का $0^o C $ पर है, तो अन्त: सन्धि का ताप ....... $^oC$ होगा
झील पर बनी बर्फ की होती है
भिन्न धातुओं के बने बर्तन बिल्कुल एक से हैं। दोनों में समान मात्रा की बर्फ भरी है। इनमें भरा बर्फ क्रमश $20$ मिनट तथा $30$ मिनट में पूरी तरह पिघल जाता है। इनकी ऊष्मा चालकताओं का अनुपात होगा