नाभिकीय बल प्रभावी होने के लिए दूरी की कोटि है
${10^{ - 10}}m$
${10^{ - 13}}m$
${10^{ - 15}}m$
${10^{ - 20}}m$
यूरेनियम नाभिक के घनत्व की कोटि है $({m_p} = 1.67 \times {10^{ - 27}}kg)$
दो नाभिकों की द्रव्यमान संख्याओं का अनुपात $4: 3$ है। उनके नाभिकीय घनत्वों का अनुपात होगा :
एक प्रोटॉन $_8{O^{18}}$ के साथ क्रिया करके $_9{F^{18}}$ बनाता है। इस क्रिया में मुक्त होगा
दो प्रोटॉन, दो न्यूट्रॉन तथा एक प्रोटॉन व एक न्यूट्रॉन के बीच नाभिकीय बल को $F_{pp} , F_{nn} , F_{pn}$ कहते हैं, तो
$\alpha - $ कण का द्रव्यमान होता है