दो कथन निम्नलिखित है : एक कथन $(A)$ तथा दूसरा कारण $(R)$ है।
कथन $(A)$: एक गतिशील आवेश कण की चाल तथा ऊर्जा एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में नियत बनी रहती है।
कारण $(R)$ : एक गतिशील आवेश कण गति की दिशा के लम्बवत चुम्बकीय बल अनुभव करता है।
$(A)$ तथा $(R)$ दोनों सही है और $(R)$,$(A)$ की सही व्याख्या करता है।
$(A)$ तथा $(R)$ दोनों सही है परन्तु $(R)$,$(A)$ की सही व्याख्या नहीं करता है।
$(A)$ सही है, $( R )$ गलत है
$(A)$ गलत है, $(R)$ सही है।
$6 \times 10^{-4}\, T$ के चुंबकीय क्षेत्र के लंबवत $3 \times 10^{7}\, m / s$ की चाल से गतिमान किसी इलेक्ट्रोन (द्रव्यमान $9 \times 10^{-31} \,kg$ तथा ओवेश $1.6 \times 10^{-19}\, C$ ) के पथ की त्रिज्या क्या है? इसकी क्या आवृत्ति होगी? इसकी ऊर्जा $KeV$ में परिकलित कीजिए। $\left(1 eV =1.6 \times 10^{-19} \,J \right)$
यदि किसी आवेशित कण का आरम्भिक वेग चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् है तो उसका पथ होगा
एक इलेक्ट्रॉन पूर्व की दिशा में क्षैतिज गति कर रहा है। ऊध्र्वाधर नीचे की ओर कार्यरत एक चुम्बकीय क्षेत्र, इस इलेक्ट्रॉन पर निम्न दिशा में बल आरोपित होगा
एक ड्यूट्रोन तथा एक प्रोटोन समान गतिज ऊर्जा के साथ गति करते हुए एक समरुप चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र के लम्बवत् प्रवेश करते है। यदि $r_d$ व $r_p$ क्रमश: उनके वृत्तीय पथों की त्रिज्यायें है, तो अनुपात $r _{ d } / r _{ p }$ का मान $\sqrt{ x }: 1$ हैं $x$ का मान ज्ञात कीजिये।
यदि ${10^{ - 12}}$ कूलॉम आवेश वाला एक कण $\hat x - $ दिशा में ${10^5}\,m/s$ के वेग से चलने पर चुम्बकीय क्षेत्र के कारण $\hat y - $ दिशा में ${10^{ - 10}}\,$ न्यूटन के बल का अनुभव करें तो न्यूनतम चुम्बकीय क्षेत्र होगा