नीचे दो कथन दिए गए है:
कथन$-I :$ दो फोटॉनों जिनके रैखिक संवेग समान हैं, उनकी तरंगदैर्ध्य समान होती है।
कथन$-II :$ यदि किसी फोटॉन की तरंगदैर्ध्य कम हो जाती है तो उस फोटॉन का संवेग और ऊर्जा भी कम हो जाएगी।
उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से उचित उत्तर चुनिए।
दोनों कथन $I$ और कथन $II$ सही हैं।
कथन $I$ गलत है परन्तु कथन $II$ सही हैं।
दोनों कथन $I$ और कथन $II$ गलत हैं।
कथन $I$ सही है परन्तु कथन $II$ गलत है।
निम्न में से कौनसा कथन असत्य है
कोई छोटी वस्तु जो कि विश्राम अवस्था में है, ये $20 \mathrm{~mW}$ शक्ति वाली प्रकाश स्पन्द को $300 \mathrm{~ns}$ के समयान्तराल तक अवशोषित करती है। माना प्रकाश की चाल $3.6 \times 10^6 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ है, वस्तु का संवेग $........\times 10^{-17} kg\,m / s$हो जाएगा :
$\lambda $ तरंगदैध्र्य के फोटॉन का संवेग होगा
प्रोटॉनों का $1$ माइक्रोऐम्पियर का पुंज जिसका अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल $0.5$ वर्ग मिलीमीटर है, $3 \times {10^4}m{s^{ - 1}}$ से गतिशील है। तब पुंज का आवेश घनत्व है
$6 .0 \times 10^{14}\, Hz$ आवृत्ति का एकवर्णी प्रकाश किसी लेसर के द्वारा उत्पन्न किया जाता है। उत्सर्जन क्षमता $2.0 \times 10^{-3} \,W$ है। $(a)$ प्रकाश किरण-पुंज में किसी फ़ोटॉन की ऊर्जा कितनी है? $(b)$ स्त्रोत के द्वारा औसत तौर पर प्रति सेकंड कितने फ़ोटॉन उत्सर्जित होते हैं?