दो रेडियोधर्मी नाभिकों, $A$ तथा $B$, की अर्धआयु क्रमशः $10$ minutes तथा $20$ minutes है। यदि एक नमूने में आरम्भ में दोनों नाभिकों की संख्या बराबर है तो $60$ minutes पश्चात् $A$ तथा $B$ के क्षयित नाभिकों की संख्या का अनुपात होगा।
$9 : 8$
$1 : 8$
$8 : 1$
$3 : 8$
एक रेडिया सक्रिय विघटन श्रृंखला अभिक्रिया में ${ }_{90}^{230} Th$ नाभिक ${ }_{84}^{214} Po$ नाभिक में विघटित होता है। इस प्रक्रम में उत्सर्जित $\alpha$ व $\beta^{-}$कणों की संख्या का अनुपात होगा।
नाभिक $^{131}I$ रेडियोएक्टिव है, जिसकी अर्द्धआयु $8.04$ दिन है $1$ जनवरी को दोपहर में एक निश्चित नमूने की सक्रियता $60089$ है। $24$ जनवरी को दोपहर में नमूने की सक्रियता होगी
एक रेडियोसक्रिय नाभिक $\alpha$- प्रति सेकेण्ड की नियत दर से उत्पन्न हो रहा है। क्षय नियतांक $\lambda $ है। यदि समय $t = 0$ पर नाभिकों की संख्या $N_0$ है तब अधिकतम सम्भव नाभिकों की संख्या है
पाँच अर्द्धआयुकालों के पश्चात् प्रारम्भिक पदार्थ का शेष भाग होगा
एक पुरातत्ववेत्ता ने इतिहास पूर्व संरचना से लकड़ी का अध्ययन किया और पाया कि ${C^{14}}$ (अर्द्ध-आयु $= 5700$ वर्ष) से ${C^{12}}$ का अनुपात गढ़े हुये $(buried\, plants)$ पौधे की तुलना में एक चौथाई है। लकड़ी की आयु लगभग ...........वर्ष है