एक लक्ष्य पर अत्यधिक ऊर्जावान इलेक्ट्रॉनों की बौछार की जाती है। लक्ष्य तत्व में $30$ न्यूट्रॉन हैं। लक्ष्य नाभिक की त्रिज्या एवं हीलियम नाभिक की त्रिज्याओं का अनुपात ${14^{1/3}}$ है। नाभिक का परमाणु क्रमांक है
$25$
$26$
$56$
$30$
एक नाभिक की द्रव्यमान संख्या $A_1$ तथा आयतन $\mathrm{V}_1$ है। दूसरे नाभिक की द्रव्यमान संख्या $\mathrm{A}_2$ तथा आयतन $\mathrm{V}_2$ है। यदि द्रव्यमान संख्याओं में संबंध $\mathrm{A}_2=4 \mathrm{~A}_1$ हो तब $\frac{\mathrm{V}_2}{\mathrm{~V}_1}=$. . . . . . है।
स्वर्ण के समस्थानिक ${ }_{79}^{197} Au$ एवं रजत के समस्थानिक ${ }_{47}^{107} Ag$ की नाभिकीय त्रिज्या के अनुपात का सन्नकट मान ज्ञात कीजिए।
निम्नलिखित में से कौनसा समस्थानिक साधारणत: विखण्डनीय है
$\alpha - $ कण का द्रव्यमान होता है
$\beta $- क्षय में