द्रव्यमान संख्या $A$ के एक नाभिक की त्रिज्या $R$ का अनुमान $R =\left(1.3 \times 10^{-15}\right)\, A ^{1 / 3} \,m$ सूत्र से लगाया जा सकता है। तब एक नाभिक के द्रव्यमान घनत्व की परिमाण कोटि (order of magnitude) होगी : (प्रोटान का द्रव्यमान $\cong$ न्यूट्रॉन का द्रव्यमान $\left.\simeq 1.67 \times 10^{-27} \,kg \right)$
$10^{24} \;kg m ^{-3}$
$10^{3} \;kg m ^{-3}$
$10^{17} \;kg m ^{-3}$
$10^{10} \;kg m ^{-3}$
निम्नलिखित में से कौनसे युग्म समभारिक हैं
निम्नलिखित कथनों में ( $X$ और $Y$ दो अलग तत्वों (elements) को दर्शाता है)
$(I)$ ${ }_{32} X ^{65}$ एवं ${ }_{33} Y ^{65}$ समस्थानिक (isotopes) हैं।
$(II)$ ${ }_{42} X ^{ 86 }$ एवं ${ }_{42} Y ^{85}$ समस्थानिक हैं।
$(III)$ ${ }_{85} X ^{174}$ एवं $gs ^{17} Y ^{17}$ में न्रूनों की संख्या समान है।
$(IV)$ ${ }_{92} X ^{235}$ एवं ${ }_{94} Y ^{235}$ समभारिक (isobars) हैं।
सही कथन निम्न है:
नाभिकीय अभिक्रिया $_{92}{U^{238}}{ \to _z}T{h^A}{ + _2}H{e^4}$ में $A$ और $Z$ के मान हैं
एक लक्ष्य पर अत्यधिक ऊर्जावान इलेक्ट्रॉनों की बौछार की जाती है। लक्ष्य तत्व में $30$ न्यूट्रॉन हैं। लक्ष्य नाभिक की त्रिज्या एवं हीलियम नाभिक की त्रिज्याओं का अनुपात ${14^{1/3}}$ है। नाभिक का परमाणु क्रमांक है
एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)